विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जिस वीडियो को पंजाब पुलिस की कार्रवाई बताकर वायरल किया जा रहा है, वह यूपी पुलिस से जुड़ा वीडियो है। वर्ष 2011 में लखनऊ में विधानसभा के बार समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं पर यह लाठीचार्ज हुआ था। वीडियो में सपा नेता राजा चतुर्वेदी को देखा जा सकता है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें पुलिस को एक शख्स की पिटाई करते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि पंजाब पुलिस एक भक्त की पिटाई कर रही है। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की तो यह फर्जी साबित हुई। दरअसल जिस शख्स का वीडियो वायरल हो रहा है, वह यूपी सपा के नेता राजा चतुर्वेदी हैं। यूपी में मायावती के शासनकाल में विधानसभा के सामने लाठीचार्ज के दौरान इनकी पिटाई हुई थी। अब उसी वीडियो को कुछ लोग पंजाब पुलिस के नाम पर वायरल कर रहे हैं।
फेसबुक यूजर असलम जड़ेजा ने 7 जनवरी को एक वीडियो को अपलोड करते हुए इसे पंजाब पुलिस की कार्रवाई बताया। वीडियो में एक नेता की पुलिस बेरहमी से पिटाई कर रही है।
फेसबुक पोस्ट के आकाईव्ड वर्जन को यहां देखें। वायरल पोस्ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले InVID टूल का इस्तेमाल किया। वायरल वीडियो के कई ग्रैब्स इसके माध्यम से निकाले गए। इसके बाद इनकी मदद से गूगल रिवर्स सर्च टूल का इस्तेमाल करते हुए ओरिजनल सोर्स तक पहुंचने की कोशिश की गई। ओरिजनल वीडियो हमें संतोष चतुर्वेदी नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 25 अप्रैल 2011 को अपलोड करते हुए लिखा गया कि यूपी विधानसभा के पास 21 फरवरी 2011 को सपा नेता राजा चतुर्वेदी।
पड़ताल के दौरान वायरल वीडियो राजा चतुर्वेदी के इंस्टाग्राम हैंडल पर भी मिला। इसे 17 जून 2019 को अपलोड करते हुए बताया गया कि 21 फरवरी 2011 की रात्रि 12 बजे बजट सत्र के अंतिम दिन, विधेयक बिल के विरोध प्रदर्शन के दौरान विधानसभा भवन के मुख्य द्वार पर बर्बरतापूर्वक पुलिस लाठी चार्ज का यह वीडियो है। पूरा वीडियो यहां देखें।
तहकीकात को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने सपा नेता राजा चतुर्वेदी से संपर्क किया। उन्होंने विश्वास न्यूज को जानकारी देते हुए बताया कि उनके इस वीडियो को कई बार फर्जी दावों के साथ देशभर में वायरल किया जाता रहा है। यह वर्ष 2011 की घटना है, जबकि विधानसभा में बजट सत्र चल रहा था। मुख्यमंत्री उस वक्त मायावती थीं। यह घटना गेट नंबर एक के बाहर हुई थी।
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर असलम जडेजा की सोशल स्कैनिंग से पता चला कि यूजर के चार हजार से ज्यादा दोस्त हैं। यूजर गुजरात के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। जिस वीडियो को पंजाब पुलिस की कार्रवाई बताकर वायरल किया जा रहा है, वह यूपी पुलिस से जुड़ा वीडियो है। वर्ष 2011 में लखनऊ में विधानसभा के बार समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं पर यह लाठीचार्ज हुआ था। वीडियो में सपा नेता राजा चतुर्वेदी को देखा जा सकता है।
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