Fact Check: दो परिवारों के बीच कूड़े को लेकर हुई लड़ाई के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। पुलिस के अनुसार, दोनों परिवारों में लड़ाई कूड़े को लेकर हुई थी। इसके पीछे कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था

नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर आज कल एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को आपस में लड़ते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह महाराष्ट्र के अहमदनगर का वीडियो है, जहां एक हिन्दू परिवार की महिलाओं की इसलिए पिटाई की गयी, क्योंकि वे लाउडस्पीकर पर आरती कर रहीं थीं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। पुलिस के अनुसार, दोनों परिवारों में लड़ाई कूड़े को लेकर हुई थी। इसके पीछे कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक पर वायरल इस वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है “Women beaten by goons in A.Nagar Surya Nagar for performing aarti om speskers in temple.These women dint get corporation from @NagarPolice tofkhana & these women were only arrested.justice needed. @NCWIndia @OfficeofUT ji @neelamgorhe tai. Women Safety .।”

फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल के लिए इस वीडियो के InVID टूल की मदद से कई ग्रैब्स निकाले। फिर इन स्क्रीनग्रैब्स को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। सर्च के दौरान हमें इस वीडियो को पोस्ट किये गए एक ट्वीट पर अहमदनगर पुलिस के ऑफिशियल हैंडल द्वारा किया गया एक रिप्लाई मिला, जिसमें लिखा था- “This is family dispute between neighboring families over disposal of garbage.There is no religious angle to this incident.Already necessary legal action taken.Please don’t spread and forward such rumor messages creating disharmony.If found so necessary legal action will be taken.” जिसका हिंदी अनुवाद होता है- “यह कूड़े को लेकर 2 पड़ोसी परिवारों के बीच पारिवारिक विवाद था। इस घटना में कोई धार्मिक कोण नहीं है। पहले से ही आवश्यक कानूनी कार्रवाई की गई है। कृपया इस तरह के अफवाह फैलाने वाले संदेशों को आगे न बढ़ाएं। यदि फेक न्यूज़ फैलते किसी को पाया गया तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

इसके बाद हमने ज़्यादा पुष्टि के लिए तोपखाना पुलिस स्टेशन के असिस्टेंट इंस्पेक्टर किरण सुरसे से बात की। उन्होंने कहा, “मामला दो पड़ोसियों के बीच आपसी विवाद का था। हालांकि, दोनों हिन्दू और मुस्लिम हैं पर इस विवाद में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। वायरल दावा गलत है। मामले में दोनों परिवारों को मिला कर 16 लोगों को अरेस्ट किया गया है।”

इस वीडियो को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर Yogi Gade @yogigade नाम की यूजर ने शेयर किया था। प्रोफाइल के अनुसार, यूजर महारष्ट्र के अहमदनगर का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। पुलिस के अनुसार, दोनों परिवारों में लड़ाई कूड़े को लेकर हुई थी। इसके पीछे कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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