विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। फरवरी 2020 के वीडियो को कुछ लोग अब गलत संदर्भ के साथ वायरल कर रहे हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। देश के कई हिस्सों में पिछले दिनों हुए उपद्रव के बाद अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्मादी भीड़ द्वारा एक शख्स को बुरी तरह पीटते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को वायरल करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स मानवाधिकार संगठन, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ कट्टर हिन्दुओं पर निशाना साध रहे हैं।
यह वीडियो पहले भी कई बार अलग-अलग दावों के साथ वायरल हो चुका है। विश्वास न्यूज की पड़ताल के अनुसार, वायरल वीडियो फरवरी 2020 का है। मध्य प्रदेश के धार जिले में यह मॉब लिंचिंग हुई थी। इसमें बच्चा चोरी का आरोप लगाकर कुछ लोगों पर हमला कर दिया गया था।
ट्विटर हैंडल जिनफो वर्ल्ड (@shabir_maira) ने 1:11 मिनट का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा : ‘Another inhumane act of extremist Hindu terrorists in India. Extreme criminal silence and hypocrisy of these atrocities by international human rights organizations and so-called human rights activists.
वायरल वीडियो को दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। फेसबुक के अलावा यह वीडियो ट्विटर और यूट्यूब पर भी वायरल है।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले ऑनलाइन टूल्स का यूज किया। वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकाले गए। इसके लिए इनविड टूल की मदद ली गई। इसके बाद इन्हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया गया। सर्च के दौरान आज तक के यूट्यूब चैनल पर एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि मध्य प्रदेश के धार जिले के मनावर क्षेत्र के बोरलाई गांव में ग्रामीणों ने एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी, जबकि पांच लोगों को पीटकर घायल कर दिया। ये सभी किसान थे, जो पैसा वापस मांगने गए थे। यह वीडियो 6 फरवरी 2020 को अपलोड किया गया था। इसमें हमें वह क्लिप भी नजर आई, जो अब वायरल हो रही है।
पड़ताल के दौरान एबीपीलाइव डॉट कॉम पर एक खबर मिली। इसे 6 फरवरी 2020 को पब्लिश किया गया था। खबर में विस्तार से बताया गया कि मध्य प्रदेश के धार जिले में हुई मॉब लिंचिग की घटना में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जिले में भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में सात किसानों को लाठी-डंडों से पिटाई कर दी थी। पूरी खबर यहां पढ़ें।
विश्वास न्यूज ने पिछली पड़ताल के दौरान धार जिले के तिरला थाना के तत्कालीन प्रभारी एस नागर से संपर्क किया था। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया था कि वायरल वीडियो बोरलाई (धार) मॉब लिंचिंग कांड से संबंधित है।
इसी तरह धार से प्रकाशित नईदुनिया अखबार के वरिष्ठ पत्रकार प्रेमविजय पाटिल ने बताया कि वायरल वीडियो पुराना है। बच्चा चोरी के आरोप में भीड़ ने कुछ लोगों पर हमला कर दिया था। इसमें एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी।
पिछली पड़ताल को यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
पड़ताल के अंत में पुराने वीडियो को वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। ट्विटर हैंडल जिनफो वर्ल्ड की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि इसे अगस्त 2020 में बनाया गया था। यह हैंडल पाकिस्तान से संचालित होता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। फरवरी 2020 के वीडियो को कुछ लोग अब गलत संदर्भ के साथ वायरल कर रहे हैं।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।