विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। यह वीडियो किसान आंदोलन का नहीं, बल्कि लुधियाना के एक गांव कौंके कला में हुए बाबा रोदू शाह जी मेले का है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोगों को एक ड्रम में बोतलों से शराब भरते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स इसे किसान आंदोलन से जोड़ते हुए वायरल करते हुए लिख रहे हैं कि ये सभी किसान हैं। विश्वास न्यूिज ने वायरल पोस्ट की विस्तार से जांच की तो सच्चा ई कुछ और ही निकली। हमें पता चला कि वायरल वीडियो लुधियाना के एक गांव के बाबा रोदू शाह जी के मेले का है। वायरल वीडियो फरवरी 2021 का है।
फेसबुक पेज ‘Jammu Hindus Against Rohingyas’ ने 14 सितम्बर 2021 को वायरल वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा, ‘लो भाई आप भी देखो किसानों पर मोदीजी कितना जुल्म कर रहे हैं : और किसान भाई लोग कितने तकलीफ में रह रहे हैं।’
इस वीडियो को किसान आंदोलन का समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्टं के कंटेंट को यहां ज्योंक का त्यों लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले वायरल वीडियो को इनविड टूल में अपलोड करके कई क्रीफ्रेम्स निकाले। इसके बाद उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये सर्च किया। सर्च में हमें यह वीडियो किसान प्रोटेस्ट के ही फर्जी दावे के साथ एक ट्विटर हैंडल पर मिला। यहाँ यूजर को रिप्लाई करते हुए एक ट्वीट मिला। ट्वीट में बताया गया कि यह वीडियो किसान आंदोलन का नहीं, बल्कि कौंके कला में हुए एक मेले का है। यह मेला हर साल बाबा रोदू शाह जी के गाँव में लगता है। ट्वीट के साथ एक यूट्यूब वीडियो का स्क्रीनशॉट भी मिला, जो वायरल वीडियो के एक स्क्रीन ग्रैब से मेल खाता है।
वीडियो की पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने उसी स्क्रीनशॉट वाले यूट्यूब चैनल को तलाश किया। हमें नूर एयरलाइन नाम के इस चैनल पर 7 फरवरी 2021 को वायरल वीडियो का एक हिस्सा 2 मिनट 38 सेकंड पर देखने को मिला। यहाँ वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया है, ”मेला बाबा रोडू शाह जी गांव कौंके कला जहां शराब का लंगर लगाया जाता है।’
अपनी पड़ताल को आगे बढ़ते हुए हमने गूगल न्यूज़ सर्च किया और हमें पंजाबी जागरण की एक खबर मिली। 6 सितम्बर 2021 को पब्लिश हुई इस खबर से यह मालूम हुआ कि बाबा रोदू शाह की एनिवर्सरी के मौके पर कौंके कला गाँव में एक सांस्कृतिक मेला लगता है, जिसमें उनके अनुयायी शराब पीते हैं।
वीडियो से जुड़ी पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज़ ने पंजाबी जागरण के लुधियाना के एडिटोरियल इंचार्ज भूपेंद्र सिंह से संपर्क किया और वायरल वीडियो उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें पुष्टि करते हुए बताया कि यह लुधियाना के एक गाँव का वीडियो है। पहले शराब चढ़ाई जाती है और फिर अनुयायियों में उसे बांटा जाता है। भूपेंद्र ने हमारे साथ इंस्टाग्राम के एक वीडियो का भी लिंक शेयर किया। वीडियो में एक शख्स वायरल वीडियो के हवाले से बात करते हुए उसे लुधियाना गाँव के एक सांस्कृतिक मेले के दौरान का बताया है।
अब बारी थी फ़र्ज़ी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक पेज ‘Jammu Hindus Against Rohingyas’ की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि यूजर इससे पहले भी फेक पोस्ट शेयर कर चुका है। फरवरी 2018 में बनाये गए इस पेज को 24 हज़ार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। यह वीडियो किसान आंदोलन का नहीं, बल्कि लुधियाना के एक गांव कौंके कला में हुए बाबा रोदू शाह जी मेले का है।
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