विश्वास न्यूज ने द कश्मीर फाइल्स को लेकर वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो का द कश्मीर फाइल्स से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर थिएटर में फिल्म देखकर अपनी नराजगी जाहिर करती एक महिला का वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। महिला को सिनेमाघर में चीखते-चिल्लाते और रोते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि द कश्मीर फाइल्स देखने गई एक हिंदू महिला ने सिनेमाघर में फिल्म देखते वक्त ही अपनी नाराजगी जाहिर की। महिला ने बताया कि द कश्मीरी फाइल्स एक फर्जी मूवी है, इसमे कोई सच्चाई नहीं दिखाई गई है। इस मूवी का उद्देश्य – दो संप्रदायो में अराजकता फैलाना है। विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो का द कश्मीर फाइल्स से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक यूजर Mohammad Salman Sheikh ने वायरल वीडियो को शेयर किया है। वीडियो में महिला को चिल्लाते हुए देखा जा सकता है। साथ ही वीडियो में द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्रिहोत्री की हाथ जोड़ते हुए एक तस्वीर भी लगी हुई है और वीडियो पर लिखा है, “Reaction to The Kashmir Files.
इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर ने लिखा है, “THE #KASHMIR_FILES मूवी पूरी फर्जी बनाई गई है इसका सच आया सामने थ्येटर में एक #हिंदू_महिला भड़की कहा की यह मूवी पूरी फर्जी है इस मूवी में सच्चाई नहीं दिखाई गई इस मूवी का उद्देश्य है दो संप्रदायो में अराजकता फैलाना!” पोस्ट के आकाईव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने वायरल वीडियो को गौर से देखा। इस दौरान हमने पाया कि वायरल वीडियो पर लिखा हुआ है, विधु विनोद चोपड़ा द्वारा बनाई गई फिल्म शिकारा को लेकर भड़की महिला। यह फिल्म फरवरी 2020 में रिलीज हुई थी। फिल्म शिकारा की कहानी भी कश्मीरी पंडितों पर ही आधारित थी।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट टाइम्स नाउ की वेबसाइट पर 7 फरवरी 2020 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, 7 फरवरी 2020 को दिल्ली के एक थिएटर में इस फिल्म की स्क्रीनिंग रखी गई थी। इस दौरान फिल्म को देखकर एक कश्मीरी पंडित महिला विधु विनोद चोपड़ा पर भड़क गई। महिला का कहना था कि फिल्म में जो असल में हुआ था, वो नहीं दिखाया गया। फिल्म में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार और उनके नरसंहार को नहीं दिखाया गया। किस तरह से महिला के साथ दुर्व्यवहार किया गया। इस फिल्म में कुछ भी नहीं दिखाया गया।
वीडियो को गौर से देखने पर हमने यह भी पाया कि वीडियो में एक लोगो लगा हुआ है। जब हमने इस लोगो के बारे में सर्च करना शुरू किया, तो हमें @incognito_qfs नामक एक ट्विटर हैंडल प्राप्त हुई। इस ट्विटर हैडल को खंगालने पर हमें इस वीडियो का एक लंबा वर्जन 13 मार्च 2020 को अपलोड मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के अनुसार, वीडियो में जनता द्वारा शिकारा और द कश्मीर फाइल्स पर दी गई प्रतिक्रिया की तुलना की गई है।
अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने बॉलीवुड के वरिष्ठ पत्रकार पराग छापेकर से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल हो रहा दावा फ़र्ज़ी है। महिला का वायरल वीडियो तकरीबन एक साल पुराना है और शिकारा फिल्म पर दी गई प्रतिक्रिया का है।
विश्वास न्यूज ने जांच के आखिरी चरण में उस प्रोफाइल की पृष्ठभूमि की जांच की, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। हमने पाया कि यूजर को फेसबुक पर एक हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। Mohammad Salman Sheikh दिल्ली का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने द कश्मीर फाइल्स को लेकर वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो का द कश्मीर फाइल्स से कोई संबंध नहीं है।
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