Fact Check: 2019 में कोलकाता के विद्यासागर कॉलेज में हुई हिंसा की तस्वीर को हालिया बंगाल हिंसा से जोड़कर किया जा रहा है वायरल
विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी निकला। असल में यह तस्वीर मई 2019 की है, जब कोलकाता के विद्यासागर कॉलेज में कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कैडरों के बीच टकराव हो गया था। हालांकि, यह बात सही है कि 2 मई को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें जानमाल के नुकसान की कई खबरें आयीं थीं।
- By: Pallavi Mishra
- Published: May 7, 2021 at 12:18 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर में एक जलती हुई इमारत देखी जा सकती है, जिनके सामने भीड़ खड़ी है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर हालिया बंगाल हिंसा की है। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी निकला। असल में यह तस्वीर मई 2019 की है जब कोलकाता के विद्यासागर कॉलेज में कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समर्थकों के बीच टकराव हो गया था।
हालांकि, यह बात सही है कि 2 मई को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें जानमाल के नुकसान की कई खबरें आयीं हैं।
क्या है वायरल पोस्ट में?
वायरल पोस्ट में एक जलती हुई इमारत देखी जा सकती है, जिनके सामने भीड़ खड़ी है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है, “Congratulations to the people of west Bengal for choosing TMC murder crimes. Best wishes for your bright future. #BengalViolence” इस तंजात्मक डिस्क्रिप्शन से यह बताने की कोशिश की गयी है कि यह तस्वीर हाल की है।
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
जांच के लिए हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर ढूंढा। हमें यह तस्वीर bengali.abplive.com पर मिली। 15 मई 2019 को पब्लिश्ड इस खबर के अनुसार, “अमित शाह के रोड शो के आसपास विद्यासागर कॉलेज में हिंसा, विद्यासागर की मूर्ति टूटी, जली बाइक”
हमें यह तस्वीर thestatesman.com और swarajdigital.in की ख़बरों में भी मिली। यह दोनों खबरें भी मई 2019 को पब्लिश हुईं थीं। दोनों ख़बरों के अनुसार, यह तस्वीर विद्यासागर कॉलेज में हुई हिंसा की है।
इस विषय में पुष्टि के लिए हमने दैनिक जागरण के कोलकाता ब्यूरो चीफ जे के वाजपेयी से संपर्क साधा। उन्होंने कहा, “यह तस्वीर हालिया नहीं है, 2019 की है। हालांकि, बंगाल में हालिया पोस्ट पोल हिंसा में भी ऐसी कई घटनाएं सामने आयीं हैं।”
इंग्लिश जागरण की 4 मई को प्रकाशित खबर के अनुसार, “पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की असाधारण जीत के बाद, राज्य के कई हिस्सों में हिंसा भड़क उठी, जिससे 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए।” ज़्यादा जानकारी के लिए ये खबर पढ़ें।
अब बारी थी इस पोस्ट को साझा करने वाले ट्विटर यूजर @Priya70554146 के प्रोफाइल को स्कैन करने की। प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर ने अपना ट्विटर अकाउंट अप्रैल 2021 में ही बनाया है। यूजर के 129 फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी निकला। असल में यह तस्वीर मई 2019 की है, जब कोलकाता के विद्यासागर कॉलेज में कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कैडरों के बीच टकराव हो गया था। हालांकि, यह बात सही है कि 2 मई को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें जानमाल के नुकसान की कई खबरें आयीं थीं।
- Claim Review : Congratulations to the people of west Bengal for choosing TMC murder crimes Best wishes for your bright future.
- Claimed By : Twitter User Priya
- Fact Check : झूठ
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