विश्वास न्यूज की जांच में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। अगस्त 2019 को बच्चा चोरी के आरोप में जिन लोगों की पिटाई की गई थी, उनकी तस्वीर अब फिर से झूठे दावों के साथ वायरल की जा रही है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से बच्चा चोर से जुड़ी फर्जी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं। अब एक तस्वीर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि ग्वालियर में पुलिस ने तीन किडनी चोरों को पकड़ा है।
विश्वास न्यूज ने एक बार पहले भी इससे जुड़ी एक दूसरी तस्वीर की जांच की थी। जांच में पता चला कि तस्वीर पुरानी हैं। बच्चा चोरी के शक में लोगों ने इन लोगों की पिटाई कर दी थी। जिसके बाद तस्वीर में दिख रहे लोगों ने ग्वालियर के बहोड़ापुर में एफआईआर भी दर्ज करवाई थी।
फेसबुक यूजर आसिफ जमाल ने 19 जनवरी को एक तस्वीर को अपलोड करते हुए दावा : ‘सावधान अपने बच्चों की देखभाल करें। ग्वालियर ट्रांसपोर्ट नगर में बच्चों को पकड़ते हुए तीन व्यक्ति किडनी चोर पकड़ गए। पुलिश प्रशासन इनको थाने में ले जाया गया।’
तस्वीर को दूसरे यूजर्स भी सच मानकर वायरल कर रहे हैं। यह तस्वीर कई जगह वायरल है।
विश्वास न्यूज पहले भी कई बार बच्चा चोरी के झूठे आरोपों से जुड़ी ऐसी कई तस्वीरों और वीडियो की जांच कर चुका है। यह तस्वीर कई बार वायरल हो चुकी है। जांच के दौरान विश्वास न्यूज ने गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से वायरल तस्वीर को खोजना शुरू किया तो हमें नईदुनिया की वेबसाइट पर पब्लिश एक खबर मिली। इस खबर को 8 अगस्त 2019 को पब्लिश किया गया था।
खबर में बताया गया कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बच्चा चोरी के शक में एक किन्नर सखी और उसके दो चेलों को बुरी तरह पीटा गया। खबर में विस्तार से पूरी घटना बताई गई। नईदुनिया के अनुसार, ग्वालियर में मंदिर से लौट रही किन्नर सखी बाबा और उनके दो चेलों पर कुछ लोगों ने बच्चा चोरी करने का अफवाह फैलाकर हमला कर दिया। कुछ ही देर में वहां 100 से अधिक क्षेत्रवासी एकत्रित हो गए। सड़क पर घसीट-घसीटकर सखी व उसके साथियों को सिर्फ अफवाह पर पीटा गया। बच्चा चोर गैंग के पकड़े जाने और हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। किसी तरह बेकाबू भीड़ से तीनों को बाहर निकाला। पुलिस ने पायल उर्फ सखी की शिकायत पर सलमान खान, करन राजपूत सहित अन्य पर मारपीट का मामला दर्ज किया है।
इस खबर को विस्तार से यहां पढ़ा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने इस संबंध में ग्वालियर के बहोड़ापुर थाने के कॉन्स्टेबल अरविंद कुमार से भी बात की। उन्होंने बताया कि वायरल पोस्ट गलत हैं। असल में, जिन लोगों को बच्चा चोरी के शक में मारा-पीटा गया था, उन लोगों का कोई कसूर नहीं है। बच्चा चोरी जैसा कोई भी मामला नहीं हुआ था।
घटना के बारे में विश्वास न्यूज ने पायल अवस्थी उर्फ सखी बाबा से भी संपर्क किया। सखी बाबा के अनुसार, यह घटना 7 अगस्त 2019 की है। जब वह शंकरपुर गांव से गुजर रही थी, तभी 3 बाइक सवार लोग उनके पीछे आए और उनकी बाइक को रोका। बाइक रोकने के बाद उन बाइक सवार लोगों ने लाठियों से पीटना शुरू कर दिया।
विश्वास न्यूज की पड़ताल को विस्तार से आप यहां पढ़ सकते हैं।
पड़ताल के अंतिम चरण में विश्वास न्यूज ने फेसबुक यूजर आसिफ जमाल की सोशल स्कैनिंग करने की कोशिश की, लेकिन इस अकाउंट को लेकर कोई भी जानकारी हमें नहीं मिली।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। अगस्त 2019 को बच्चा चोरी के आरोप में जिन लोगों की पिटाई की गई थी, उनकी तस्वीर अब फिर से झूठे दावों के साथ वायरल की जा रही है।
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