पड़ताल में आगे पता चला कि वीडियो दस महीने पुराना है। एक वेबसाइट की खबर के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ इस्तेमाल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव देखा जा सकता है। वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह गोरखपुर में निकाय चुनाव के ठीक पहले बारिश का वीडियो है। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। पता चला कि 4 मई को गोरखपुर में नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान हुआ था। उससे एक दिन पहले शहर में बारिश तो हुई थी, लेकिन इतनी नहीं कि जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाए। पड़ताल में आगे पता चला कि वीडियो दस महीने पुराना है। एक वेबसाइट की पुरानी खबर के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ इस्तेमाल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर दानिश सिद्दीकी ने 4 मई को एक वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, “मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में चुनाव से पहले ही नगर निगम की खुल गयी पोल। थोड़ी सी बारिश में ही हर तरफ़ जलभराव है, अभी लोग गंदे पानी और कीचड़ में सनकर वोट डालने जाएंगे, अगर और ज़्यादा बारिश हुई तो इस साल भी सड़कों पर नाव चलेगी। आज की सत्ता के भ्रष्टाचार से नालियाँ गंदगी से भरी और रुकी पड़ी हैं।”
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल किया। इनविड टूल के माध्यम से वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकाले गए। फिर इन्हें गूगल रिवर्स सर्च इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया गया। असली वीडियो हमें एनबीटी यूपी उत्तराखंड के यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 30 जून 2022 को अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि बारिश के कारण गोरखपुर शहर में जगह-जगह जलभराव देखने को मिला। कई इलाकों में सीवर चोक होने से स्थिति और बुरी हो गई। पूरी खबर नीचे देखें ।
जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने गोरखपुर के निकाय चुनाव के बारे में सर्च करना शुरू किया। जागरण डॉट कॉम पर 4 मई को पब्लिश एक खबर मिली। इसमें बताया गया गुरुवार यानी 4 मई को 37 जिलों में 10 नगर निगमों, 104 नगर पालिकाओं व 276 नगर पंचायतों में कुल 7288 बूथों पर मतदान हुआ। इसमें 2 करोड़ 40 लाख से अधिक मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया ।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, गोरखपुर के रजनीश त्रिपाठी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि निकाय चुनाव के एक दिन पहले जरूर गोरखपुर शहर में बारिश हुई थी। लेकिन इतनी बारिश नहीं हुई थी, जितनी वायरल वीडियो में दिखाया जा रहा है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है।
जांच के अंत में भ्रामक पोस्ट करने वाले यूजर की सोशल स्कैनिंग की गई। फेसबुक यूजर दानिश सिद्दीकी सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनके पेज को 11 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर यूपी के लखनऊ का रहने वाला है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुआ। गोरखपुर के नगर निकाय चुनाव के नाम पर सड़कों पर जलजमाव का पुराना वीडियो अभी का बताकर वायरल किया गया।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।