Fact Check : बैंक के सामने लगी लाइन का पुराना वीडियो अब राशन के लिए लाइन का बताकर किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। एक साल पहले बैंक के सामने लगी लाइन के वीडियो को अब राशन की लाइन के नाम पर वायरल किया गया है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें सड़क किनारे कतार में महिलाओं को बैठे और खड़े देखा जा सकता है। यूजर्स इस वीडियो को वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह लाइन यूपी में भारत सरकार की ओर से फ्री में मिलने वाले राशन के लिए लगी है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली।

हमारी जांच में पता चला कि यूपी के मुजफ्फरनगर का 2020 का यह वीडियो है। इस वीडियो में महिलाएं एक बैंक के सामने अपने जनधन खातों से पैसे निकालने के लिए लगी थीं। इस वीडियो का फ्री राशन से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर विजय कुमार ने 26 मई को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ‘U P में भारत सरकार से फ्री में राशन मिलने वाली भीड़ तो देखिए आपकी आंखें खुली की खुली रह जाएगी?’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। हमें यह भीड़ किसी राशन की दुकान के सामने नहीं, बल्कि बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने दिखी। इसके बाद हमने अलग-अलग कीवर्ड बनाकर गूगल में ओरिजनल वीडियो सर्च करना शुरू किया। हमें संबंधित वीडियो कई जगह मिजा। हमें न्‍यूज 18 के यूट्यूब चैनल पर एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि यह वीडियो मुजफ्फरनगर के बैंक ऑफ बड़ौदा के बाद का है। इस वीडियो को 2020 में अपलोड किया गया था।

इसी तरह हमें ओरिजनल वीडियो आरबी न्‍यूज नाम के एक यूट्यूब चैनल पर भी मिला। इसे 17 अप्रैल 2020 को अपलोड करते हुए बताया गया कि वीडियो मुजफ्फरनगर के गांधी कॉलोनी का है।

हमें अमरउजाला डॉट कॉम की वेबसाइट पर एक खबर मिली। 17 अप्रैल 2020 को पब्लिश इस खबर में बताया गया कि गांधी कॉलोनी स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा के बाहर करीब एक किमी लंबी लाइन लग गई।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, मुजफ्फरनगर के ब्यूरो चीफ मनीष शर्मा से संपर्क किया। उन्‍होंने हमें बताया कि यह वीडियो पिछले साल वर्ष 2020 में लगे लॉकडाउन की है। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार ने सभी असहायों की आर्थिक मदद के लिए जनधन खातों में क़िस्त भेजी थी। इसके बाद बैंकों में लोग खासकर महिलाएं बड़ी संख्या में पहुंची। इस वीडियो में जो लंबी लाइन दिखाई गई है वह नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के अधीन गांधी कॉलोनी के बैंक ऑफ बड़ौदा के बाहर की है। इस वीडियो को हाल ही का बताया जा रहा है, जो कि गलत है।

पड़ताल के अंतिम चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने उस यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की, जिसने फर्जी पोस्‍ट को वायरल की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर विजय कुमार राजस्‍थान के अलवर के बानसूर का रहने वाला है। यह भगवा रक्षक टीम का सदस्‍य है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। एक साल पहले बैंक के सामने लगी लाइन के वीडियो को अब राशन की लाइन के नाम पर वायरल किया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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