Fact Check : कांग्रेस की बाइक रैली पर हमले की पुरानी तस्‍वीर अब फिर से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित होती है। अजनाला में हुई पुरानी घटना की तस्‍वीर को अब कुछ लोग हालिया बताकर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसमें बाइक सवारों पर हमला करते हुए कुछ लोगों को देखा जा सकता है। यूजर्स इसे वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि हाल ही में पंजाब के अजनाला में कांग्रेस की बाइक रैली के दौरान कुछ लोगों ने यह हमला किया है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। हमें पता चला कि वर्ष 2016 की घटना की एक तस्‍वीर को अब कुछ लोग अभी का समझकर वायरल कर रहे हैं। यह तस्‍वीर पहले भी कई बार फर्जी दावों के साथ वायरल हो चुकी है। जिसकी विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी जांच की थी।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Ramisetty Venkata Subbarao ने 29 सितंबर को एक तस्‍वीर को अपने अकाउंट से शेयर करते हुए दावा किया यह फोटो अजनाला में कांग्रेस की बाइक रैली के दौरान हमले की है। अंग्रेजी में लिखा गया : ‘People attacked Congress workers during bike rally against drug in Ajnala, Punjab. People of Anjala accused hypocrite Congress resplonsible for drug mafia in the area.’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे कई दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले ऑनलाइन टूल्‍स का इस्‍तेमाल किया। गूगल सर्च के दौरान हमें ओरिजनल तस्‍वीर और संबंधित खबर हिन्दुस्‍तान टाइम्‍स की वेबसाइट पर मिली। 25 सितंबर 2016 को अपलोड के खबर में इस तस्‍वीर का इस्‍तेमाल किया गया था। इसमें बताया गया कि अजनाला में कांग्रेस की बाइक रैली के दौरान यह घटना घटी थी। पूरी खबर यहां देखी जा सकती है।

जांच के दौरान हमें यूट्यूब पर भी संबंधित घटना का वीडियो मिला। इंडिया न्‍यूज के यूट्यूब चैनल पर 26 सितंबर 2016 को यह वीडियो अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि बाइक रैली के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कुछ हमलावार ने हमला कर दिया था।

पड़ताल को गहराई में जाने के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, पंजाब के डिजिटल प्रभारी सुनील झा से संपर्क किया। उनके साथ वॉट्सऐप पर वायरल तस्‍वीर को शेयर किया। उन्‍होंने विश्‍वास न्‍यूज को जानकारी देते हुए बताया कि हाल-फिलहाल में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, जैसा कि वायरल पोस्‍ट में दावा किया गया है। यह एक पुरानी घटना की तस्‍वीर है। वायरल पोस्‍ट फर्जी है।

तस्‍दीक के अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। यूजर की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि फेसबुक यूजर Ramisetty Venkata Subbarao हैदराबाद का रहने वाला है। इसके चार हजार से ज्‍यादा फ्रेंड हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित होती है। अजनाला में हुई पुरानी घटना की तस्‍वीर को अब कुछ लोग हालिया बताकर वायरल कर रहे हैं।

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