Fact Check: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पुरानी तस्वीर को हाल का बता कर किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीर 2017 की है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज।) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नमाज़ अदा करने के पोजिशन में बैठे हुए देखा जा सकता है। इस पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नए साल की शुरुआत जामा मस्जिद में नमाज़ पढ़कर की। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर 2017 की है।

क्या हो रहा है वायरल

वायरल पोस्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नमाज़ अदा करने के पोजिशन में बैठे हुए देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है, “बड़ी खब़र: साल के पहले दिन जामा मस्जिद जाकर दिल्ली के मालिक जनाब श्री अरविंद केजरीवाल ने पढ़ी नमाज़ देश और दिल्ली के लिये पढ़ी दुआ।”

इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें यह तस्वीर आप की पंजाब यूनिट के वेरिफ़ाइड ट्विटर हैंडल पर 7 जुलाई 2016 को अपलोडेड मिली। तस्वीर के साथ पंजाबी में लिखा था “ਆਪ ਸਭ ਨੂੰ ਈਦ ਦੀ ਬਹੁਤ ਬਹੁਤ ਮੁਬਾਰਕਬਾਦ।” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “आप सभी को ईद की शुभकामनाएं।”

थोड़ा-सा ढूंढ़ने पर हमें यही तस्वीर एक दूसरे एंगल से htsyndication.com पर मिली। डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह तस्वीर पंजाब के पटियाला की है और इसे हिंदुस्तान टाइम्स के फोटो जर्नलिस्ट भारत भूषण ने 4 जुलाई 2016 को खींचा था।

वायरल तस्वीर और इस तस्वीर में समानता नीचे देखी जा सकती है।

इस तस्वीर पर ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने जागरण के पटियाला संवाददाता सुरेंदर सिंह से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “यह तस्वीर 2016 की है, जब अरविंद केजरीवाल ने पाटियाला के संगरुर में स्थित मालेरकोटला का दौरा किया था और रोज़ा भी रखा था। यह तस्वीर रोज़ा तोड़ने से पहले की है।”

अब हमें जानना था कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने नए साल पर क्या किया था। किसी भी विश्वसनीय मीडिया हाउस पर हमें उनके हाल में जामा मस्जिद जाने की खबर नहीं मिली। हालांकि, हमें सीएम अरविंद केजरीवाल के वेरिफ़ाइड ट्विटर हैंडल पर उनका एक वीडियो संदेश ज़रूर मिला, जिसके माध्यम से उन्होंने लोगों को नए साल की बधाई दी थी और बीमारी की रोकथाम के लिए कोविड-19 सावधानियों का पालन करने को भी कहा था।

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है ‘भक्तो की टोली – नरेन्द्र मोदी’ नाम का फेसबुक पेज। पेज के फेसबुक पर 4,068 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीर 2017 की है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट