Fact Check : राहुल गांधी की मणिपुर यात्रा के बाद कुकी चरमपंथियों के सरेंडर का दावा बेबुनियाद

प्रेस ट्रस्‍ट ऑफ इंडिया के नाम पर बनाए गए एक फर्जी ट्विटर हैंडल के ट्वीट को सच मानकर लोगों ने वायरल कर दिया।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मणिपुर यात्रा के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्‍ट वायरल हो रही है। इसमें एक तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने मणिपुर में कुकी समुदाय के चरमपंथियों से बात की। इसके बाद उन्‍होंने आत्‍मसमर्पण कर दिया। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। प्रेस ट्रस्‍ट ऑफ इंडिया के नाम पर बनाए गए एक फर्जी ट्विटर हैंडल के ट्वीट को सच मानकर लोगों ने वायरल कर दिया।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर मुकेश मधेपुरिया ने 30 जून को एक तस्‍वीर और पीटीआई के नाम पर बनाए गए एक ट्विटर हैंडल की पोस्‍ट का लिंक शेयर करते हुए दावा किया, “ये है मुहब्बत कि ताक़त। हमें लोगों के बीच पहुँचाना होगा। राहुल गाँधी वहाँ के कुकी समुदाय के चरमपंथियों से बात की और उनसे शांति की अपील की। कुछ हथियारबंद दस्तों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया और शांति बहाली में सहयोग देने की पेशकश की। After meeting with Rahul Gandhi, kuki militants surrendered. One of the militants says wants to give up violence and follow the path of Gandhi from now onwards.”

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया। कई अन्य यूजर्स ने इस पोस्‍ट को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्‍ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की पड़ताल के लिए सबसे पहले दावे के साथ इस्‍तेमाल किए गए ट्वीट के लिंक को चेक किया। यह लिंक अब डिलीट किया जा चुका है। awhitetigerinc नाम के इस ट्विटर हैंडल का पीटीआई से कोई संबंध नहीं है। सर्च के दौरान इस हैंडल की वेबकैच फाइल मिली। इसमें देखा जा सकता है कि इसे सितंबर 2022 को बनाया गया था। यह एक पैरोडी हैंडल था।

पड़ताल के दौरान पीटीआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर हमें एक ट्वीट मिला। 5 जुलाई 2023 को किए गए इस ट्वीट में बताया गया कि पीटीआई के नाम पर कई संदिग्‍ध और फेक ट्विटर हैंडल एक्टिव हैं। इन पर भरोसा न करें। पीटीआई का असली हैंडल PTI_News है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल की गई तस्‍वीर की जांच की गई। गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल से खोजने पर यह तस्‍वीर ईस्‍ट मोजो नाम की एक वेबसाइट पर मिली। 26 जुलाई 2022 को पब्लिश एक खबर में बताया गया कि प्रतिबंधित कुकी नेशनल आर्मी -इंडिया के दो कार्यकर्ताओं को गैर स्‍थानीय कारोबारियों से धन उगाही मामले में गिरफ़्तार किया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

https://www.eastmojo.com/manipur/2022/07/26/manipur-kuki-insurgents-using-another-outfits-name-for-extortion-arrested/

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच के अगले चरण में गूगल ओपन सर्च टूल का इस्‍तेमाल किया। 29-30 जून को राहुल गांधी मणिपुर में थे। वहां उन्‍होंने हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की थी। किसी भी खबर में हमें यह जानकारी नहीं मिली कि राहुल गांधी ने कुकी चरमपंथियों से मुलाकात की। जिसके बाद चरमपंथियों ने सरेंडर किया हो। इंडियाटुडेएनई की खबर को यहां पढ़ा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए मणिपुर हिंसा को कवर कर रहे फ्रीलांस जर्नलिस्ट जेम्स खांगेंबाम से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह पोस्‍ट पूरी तरह फर्जी है। इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है।

विश्‍वास न्‍यूज ने मणिपुर कांग्रेस के प्रदेशाध्‍यक्ष केशम मेघचंद्र सिंह से संपर्क किया। उन्‍होंने भी स्‍पष्‍ट करते हुए बताया कि राहुल गांधी ने किसी भी कुकी चरमपंथी से मुलाकात नहीं की। वायरल पोस्‍ट पूरी तरह गलत है।

पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर मुकेश मधेपुरिया की जांच की। सोशल स्‍कैनिंग करने पर पता चला कि यूजर को एक हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। पीटीआई के नाम पर बने फर्जी हैंडल से किए गए एक ट्वीट को सच मानकर लोगों ने वायरल किया। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कुकी चरमपंथियों के सरेंडर का दावा बेबुनियाद साबित हुआ।

False
Symbols that define nature of fake news
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