Fact Check: रवींद्रनाथ टैगोर का पोर्ट्रेट लेते पीएम मोदी को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई।

Fact Check: रवींद्रनाथ टैगोर का पोर्ट्रेट लेते पीएम मोदी को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक

नई दिल्ली (Vishvas News)। लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो और तस्‍वीर वायरल हो रहे हैं।। इसमें दिखाया गया है कि पीएम मोदी को रवींद्रनाथ टैगोर का उलटा पोर्ट्रेट दिया गया। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इसके बहाने पीएम पर निशाना साध रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। पता चला कि पीएम मोदी को गलती से उलटा पोर्ट्रेट दिया गया था, लेकिन जैसे ही गलती का अहसास हुआ, तो कुछ ही सेकंड में उसे सीधा कर दिया। वहीं, सोशल मीडिया पर वीडियो को एडिट करके बाद वाले हिस्‍से को हटाकर वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Hrishikesh Ghosh ने 12 मई को एक पोस्‍ट करते हुए अंग्रेजी और बांग्‍ला में लिखा, “The PM Narendra Modi recived an upside-down portrait of Kabiguru Rabindra Nath Tagore from Bhatpara BJP MLA Pawan singh…. এরা নাকি বাঙালির মনে ও হৃদয়ে জায়গা করতে চায়। বাংলার অহংকার ও আবেগ নিয়ে খেলতে এদের এক মুহূর্ত সময় লাগে না। সম্পূর্ণ লিংকটি রইলো!”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

भ्रामक पोस्‍ट टीएमसी के आधिकारिक एक्‍स हैंडल के अलावा टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी और सागरिका घोष की ओर से भी की गई है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच के लिए सबसे पहले गूगल लेंस टूल का इस्‍तेमाल किया। यहां वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल की गई तस्‍वीर को सर्च करने पर हमें न्‍यूजटाइप डॉट इन पर असली तस्‍वीर मिली। इसमें देखा जा सकता है कि पीएम मोदी के हाथ में रवींद्रनाथ टैगोर का सीधा पोर्ट्रेट है। यह खबर 12 मई को पोस्‍ट की गई थी।

जांच को आगे बढ़ाते हुए नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल का रूख किया । वहां सर्च करने पर हमें 12 मई का एक वीडियो मिला। इसमें बताया गया कि पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के बैरकपुर (Barrackpore) में एक रैली को संबोधित किया था। इस वीडियो को देखने पर हमें 2:45 मिनट की टाइम लाइन पर पूरा फुटेज नजर आया। इसमें देखा जा सकता है कि जैसे ही पता चला कि पोर्ट्रेट उलटा है, तो उसे तुरंत सीधा कर दिया गया।

पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर Hrishikesh Ghosh कोलकाता के रहने वाले हैं। इनके इस अकाउंट को पांच हजार से ज्‍यादा से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं, जबकि वह खुद 4.8 हजार लोगों को फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। पीएम मोदी को रवींद्रनाथ टैगोर की पोर्ट्रेट गलती से उलटी दी गई, लेकिन कुछ ही सेकंड में इसे सीधा कर दिया गया था।वहीं, सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने के लिए अधूरी वीडियो और तस्‍वीर वायरल की जा रही है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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