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Fact Check : राजस्‍थान के धार्मिक पर्यटन सर्किट के 100 करोड़ के बजट को दरगाह का बजट बताकर किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। राजस्‍थान सरकार ने दरगाह के लिए 100 करोड़ नहीं दिए हैं। प्रदेश में धार्मिक पर्यटन सर्किट के लिए 100 करोड़ रूपए का बजट बनाया गया है। इसमें विभिन्‍न धर्मों के धार्मिक स्‍थल शामिल हैं।

  • By: Ashish Maharishi
  • Published: Mar 16, 2021 at 06:27 PM
  • Updated: Mar 16, 2021 at 06:37 PM

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। राजस्‍थान सरकार और मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर सोशल मीडिया में एक पोस्‍ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि राजस्‍थान सरकार बजट में दरगाह के लिए 100 करोड़ दे रही है।

पोस्‍ट के साथ एक विज्ञापन शेयर किया जा रहा है। इसमें धार्मिक पर्यटन सर्किट बनाने के लिए 100 करोड़ रूपए के बजट की मंजूरी के लिए मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत का शुक्रिया अदा किया गया। इस विज्ञापन के आधार पर सोशल मीडिया में कुछ यूजर्स झूठ फैला रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमें पता चला कि राजस्‍थान सरकार ने धार्मिक पर्यटन सर्किट बनाने के लिए 100 करोड़ रूपए देने की घोषणा की है। इसमें विभिन्‍न धर्मों के धार्मिक स्‍थल शामिल हैं। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर नेशनलिस्‍ट नितिन ने 13 मार्च को एक पोस्‍ट करते हुए लिखा : ‘जो राम मंदिर के निर्माण में सेक्युलर बने घूम रहे थे वो अचानक से जिल्लेइलाही बनकर 100 करोड़ दरगाह के लिए दे रहें हैं।’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किए गए अखबार के विज्ञापन को ध्‍यान से देखा। विज्ञापन में हमें राजस्‍थान पत्रिका, जोधपुर और 12 मार्च की तारीख लिखी नजर आई। इसके बाद हमने राजस्‍थान पत्रिका के ईपेपर को खोजना शुरू किया। वायरल विज्ञापन हमें 12 मार्च को जोधपुर संस्‍करण में मिला। इसे आप यहां देख सकते हैं।

पड़ताल के दौरान हमें पत्रिका डॉट कॉम पर राजस्‍थान बजट से जुड़ी एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि प्रदेश में 100 करोड़ की लागत से धार्मिक पर्यटन सर्किट बनेगा, जिसमें सभी धर्म के धार्मिक स्‍थलों को रखा गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें।

पड़ताल के दौरान हमने राजस्‍थान सरकार के बजट भाषण को खंगालना शुरू किया। पेज नंबर 74 और 75 पर हमें धार्मिक पर्यटन सर्किट से जुड़ी जानकारी मिली। इसमें साफ-साफ लिखा हुआ है कि सभी धर्मों के स्‍थलों के विकास के लिए 100 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। यह आप यहां पढ़ सकते हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने अधिक जानकारी के लिए राजस्‍थान के वरिष्‍ठ पत्रकार सनी सेबेस्टियन से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट शेयर की। उन्‍होंने विश्‍वास न्‍यूज से बातचीत करते हुए बताया कि राजस्‍थान सरकार ने किसी एक धर्म के धार्मिक स्‍थल के लिए 100 करोड़ रूपए की घोषणा नहीं की है। यह घोषणा विभिन्‍न धर्मों के धार्मिक स्‍थलों के विकास के लिए है।

पड़ताल के अंतिम चरण में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले फेसबुक यूजर नेशनलिस्‍ट नितिन के अकाउंट की जांच की। हमें पता चला कि यूजर एक खास राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ है। यूजर यूपी के प्रयाग का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। राजस्‍थान सरकार ने दरगाह के लिए 100 करोड़ नहीं दिए हैं। प्रदेश में धार्मिक पर्यटन सर्किट के लिए 100 करोड़ रूपए का बजट बनाया गया है। इसमें विभिन्‍न धर्मों के धार्मिक स्‍थल शामिल हैं।

  • Claim Review : जो राम मंदिर के निर्माण में सेक्युलर बने घूम रहे थे वो अचानक से जिल्लेइलाही बनकर 100 करोड़ दरगाह के लिए दे रहें हैं।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर नेशनलिस्‍ट नितिन
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