Fact Check : तेलंगाना के नए सीएम रेवंत रेड्डी ने मंदिरों की जमीन मुस्लिमों की भलाई के लिए बेचने की बात नहीं कही

तेलंगाना के नए सीएम रेवंत रेड्डी के नाम से वायरल पोस्ट फेक है। उन्होंने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है। पोस्ट के साथ दिए गए वीडियो न्यूज में भी ऐसी कोई बात नहीं कही गई है।

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद रेवंत रेड्डी ने शपथ ग्रहण कर लिया है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें एक न्यूज का स्क्रीनशॉट शेयर कर दावा किया जा रहा है कि रेवंत रेड्डी ने कहा है कि वह मुस्लिमों के लिए मंदिरों की जमीन बेच देंगे। इसके जरिए नए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि रेवंत रेड्डी के नाम से किया जा रहा दावा गलत है। उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। विधानसभा चुनाव से करीब एक माह पहले भी इस तरह का दावा किया गया था, तब कांग्रेस ने साइबर क्राइम पुलिस को शिकायत कर फर्जी पोस्ट करने वालों पर कार्रवाई की मांग की थी।

क्या है वायरल पोस्ट

विश्‍वास न्‍यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस पोस्ट को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया।

फेसबुक यूजर ‘DINESH PATEL‘ (आर्काइव लिंक) ने 8 दिसंबर को एक लिंक पोस्ट करते हुए लिखा,

“मैं मंदिरों की जमीन मुस्लिमो की भलाई के लिए मुस्लिमो को बेचूगा. तेलगंगाना के नव नियुक्त कांग्रेसी मुख्यमंत्री
String (Twitter)
I will sell Temple lands for Muslims. Auction Hindu lands to save Muslims.

Revanth Reddy.
Your beloved CM of Telangana”

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके।

15 नवंबर 2023 को द हिन्दू में छपी खबर में लिखा है, “कांग्रेस नेताओं ने साइबर अपराध पुलिस से संपर्क कर अज्ञात व्यक्तियों पर कार्रवाई करने का आग्रह किया है। आरोप लगाया गया है कि कुछ लोगों ने कथित तौर पर तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष की तस्वीर के साथ एक टीवी न्यूज का स्क्रीनशॉट बनाया था। वायरल स्क्रीनशॉट में दावा किया गया है- रेवंत रेड्डी ने वादा किया था कि अल्पसंख्यकों के कल्याण की योजनाओं की राशि के लिए मंदिर की जमीनें बेची जाएंगी। उन्होंने कहा कि ये खबरें मनगढ़ंत हैं और जानबूझकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदनाम करने के लिए वायरल की जा रही हैं। उन्होंने पुलिस से इस साजिश के पीछे के लोगों की पहचान कर कार्रवाई करने का आग्रह किया।”

इस तरह का दावा करने वाले वायरल स्क्रीनशॉट पर एक्स यूजर String @StringReveals का नाम दिया गया है। इसके अकाउंट को हमने स्कैन किया, लेकिन ऐसी कोई भी पोस्ट नहीं मिली।

ट्विटर एडवांस सर्च से भी हमें ऐसी कोई पोस्ट नहीं मिली। इसको लेकर हमने वेबैक मशीन पर भी अकाउंट के सेव किए गए पेज को देखा, लेकिन उसमें भी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली।

फेसबुक यूजर द्वारा शेयर की गई पोस्ट में एक वीडियो न्यूज का लिंक दिया गया है। यह वीडियो तेलुगु में है। इसका टाइटल दिया गया है, Congress Issues Minority Declaration | Revanth Reddy | Shabbir Ali | Ntv। इसमें प्लेट पर दिए गए टेक्सट को हमने गूगल ट्रांसलेट की मदद से हिंदी में अनुवाद किया, लेकिन ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली। इसमें लिखा है कि कांग्रेस ने अल्पसंख्यक घोषणापत्र जारी किया है।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने तेलंगाना के स्थानीय पत्रकार श्री हर्ष से संपर्क कर उनको वीडियो न्यूज का लिंक भेजा। उनका कहना है, “इसमें ऐसी कोई बात नहीं की गई है। रेवंत रेड्डी ने भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। चुनाव से पहले भी इस तरह की पोस्ट वायरल हुई थी, जिसको लेकर कांग्रेस ने पुलिस से शिकायत की थी।

गलत दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। 19 अक्टूबर 2014 को बने इसे पेज के 141 फॉलोअर्स हैं।

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान गई फर्जी और भ्रामक दावे वायरल हुए थे। विश्‍वास न्‍यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: तेलंगाना के नए सीएम रेवंत रेड्डी के नाम से वायरल पोस्ट फेक है। उन्होंने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है। पोस्ट के साथ दिए गए वीडियो न्यूज में भी ऐसी कोई बात नहीं कही गई है।

False
Symbols that define nature of fake news
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