विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह वीडियो हालिया नहीं है। यह वीडियो पुराना है।
नई दिल्ली विश्वास न्यूज। बिहार में चल रहे चुनाव के बीच राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें उन्हें लोगों को पैसे बांटते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो हाल का है और वे वोट खरीदने के लिए पैसे बांट रहे हैं। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो पुराना है, जब तेजस्वी यादव बाढ़ पीड़ितों को पैसे बांट रहे थे। यह पोस्ट भ्रामक है।
क्या हो रहा है वायरल
वायरल वीडियो में तेजस्वी यादव लोगों को पैसे बांटते दिख रहे हैं। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है, “चुनाव प्रचार में नोट बांटते हुए तेजस्वी यादव का वीडियो हुआ वायरल।”
इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
इस वीडियो की पड़ताल करने के लिए हमने इस वीडियो को InVID टूल पर डाला और इसके कीफ्रेम्स निकाले। अब हमने इन कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें तेजस्वी यादव के फेसबुक पेज पर 31 जुलाई को अपलोडेड एक फेसबुक लाइव का वीडियो मिला। 16 मिनट के इस फेसबुक लाइव में 5 वें मिनट पर वायरल क्लिप को देखा जा सकता है। इस लाइव के डिस्क्रिप्शन में लिखा था, “चकिया, पिपरा विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों संग दुःख-दर्द साझा कर सहयोग किया।”
हमें तेजस्वी यादव के पिपरा विधानसभा क्षेत्र के 31 जुलाई के दौरे को लेकर एक खबर navbharattimes.indiatimes.com पर भी मिली। इस खबर के अनुसार, “31 जुलाई को तेजस्वी यादव ने बाढ़ग्रस्त जिले चंपारण का दौरा किया था और प्रत्येक बाढ़ प्रभावित परिवार को खाना खिलाया था और 200-200 रुपए भी दिए थे।”
हमने पुष्टि के लिए दैनिक जागरण के पटना संवाददाता आशीष कुमार से बात की। उन्होंने कहा, “यह वीडियो जुलाई 31 का है, जबकि चुनाव आयोग ने सितंबर में बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। आदर्श आचार संहिता उसी तारीख से शुरू होती है जब चुनाव की तारीखों का ऐलान होता है और परिणाम घोषित होने की तारीख तक रहती है। ऐसे में यह कहना गलत होगा कि तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान नोट बांटे।”
इस बार बिहार विधानसभा चुनाव 3 चरणों में हो रहा है। पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को हुआ था, जबकि दूसरे चरण का 3 नवंबर और तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा और रिजल्ट 10 नवंबर को घोषित किया जाएगा।
इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है Achhe Din नाम का फेसबुक पेज। इस पेज को फेसबुक पर 1,850,164 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह वीडियो हालिया नहीं है। यह वीडियो पुराना है।
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