Fact Check: इरोड जंक्शन पर तमिल नेमप्लेट को बदल कर नहीं किया गया है हिंदी, वायरल दावा गलत है

वायरल पोस्ट फर्जी है। तमिलनाडु के इरोड जंक्शन पर तमिल भाषा के नेमप्लेट हिंदी से नहीं बदले गए हैं। यहाँ तमिल,अंग्रेजी और हिंदी तीनों भाषाओँ के नेमप्लेट अलग-अलग रखे गए हैं।

Fact Check: इरोड जंक्शन पर तमिल नेमप्लेट को बदल कर नहीं किया गया है हिंदी, वायरल दावा गलत है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में तमिलनाडु के इरोड रेलवे जंक्शन की दो तस्वीरों की तुलना की गई है, जिसमें पहली तस्वीर में तीन भाषाओं (तमिल, अंग्रेजी और हिंदी) में जंक्शन का नाम लिखा है और दूसरी तस्वीर में केवल हिंदी में जंक्शन का नाम लिखा है। इन दो तस्वीरों के कोलाज को इस दावे के साथ साझा किया गया है कि इरोड जंक्शन के टॉप नेमप्लेट से तमिल भाषा को हटा दिया गया है और अब यह सिर्फ हिंदी में है।

Vishvas News की जांच में दावा फर्जी निकला। रेलवे पीआरओ ने स्पष्ट किया कि तीन अलग-अलग भाषाओं में नाम बोर्ड जो पहले एक साथ रखे गए थे, अब अलग हो गए हैं और इमारत के विभिन्न गेटों पर लगे हैं। जंक्शन का नाम तमिल भाषा में भी है।

क्‍या हो रहा है वायरल

एक वायरल पोस्ट में आरोप लगाया गया है कि ईरोड रेलवे जंक्शन पर तमिल भाषा के नाम के बोर्ड को हिंदी के साथ बदल दिया गया था।

कई उपयोगकर्ताओं ने फेसबुक और ट्विटर पर इस पोस्ट को साझा किया और नाराज़गी जताई।

पड़ताल

हमने जाँच शुरू की और इंटरनेट पर खोज की। हमें द हिन्दू की एक खबर मिली। जिसके अनुसार, “कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष ने इस बात की निंदा की थी कि इरोड रेलवे जंक्शन पर नाम के बोर्ड में तमिल और अंग्रेजी के साथ अब हिंदी को भी जोड़ दिया गया है।” खबर के अनुसार, हाल ही में जंक्शन के दक्षिणी रेलवे महाप्रबंधक के निरीक्षण से पहले, पार्किंग स्टैंड, प्रवेश और कार्यालयों में नेमप्लेट को हिंदी, तमिल और अंग्रेजी में नए लोगो के साथ बदल दिया गया था।

Vishvas News ने स्पष्टीकरण के लिए जी मारिया माइकल, दक्षिणी रेलवे पीआरओ, सलेम डिवीजन से संपर्क किया। “वायरल दावा फर्जी है। तमिल भाषा की नेमप्लेट को हिंदी से नहीं बदला गया है। इरोड जंक्शन के बाहरी हिस्से में पहले से लगाए गए सभी तीन भाषा बोर्ड वर्तमान में अलग-अलग रखे गए हैं।” उन्होंने कहा।

हमने नई पुनर्निर्मित जंक्शन इमारत की छवि की खोज की और इसे 3 फरवरी को पोस्ट किए गए एक ट्वीट में पाया।

https://twitter.com/Sathis_Erode/status/1356932899463815172?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1356932899463815172%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.vishvasnews.com%2Fenglish%2Fpolitics%2Ffact-check-tamil-nameplate-was-not-replaced-with-hindi-at-erode-junction-viral-claim-is-fake%2F

हमने देखा कि जंक्शन के बाहरी हिस्सों में क्रमशः अंग्रेजी और हिंदी के साथ केंद्र में तमिल भाषा की नेमप्लेट है, जो क्रमशः दाईं और बाईं ओर स्थित है।

वायरल पोस्ट को साझा करने वाले फेसबुक पेज की सोशल स्कैनिंग से पता चला कि इसके 4,40,696 फ़ॉलोअर्स हैं और यह अकाउंट सितंबर 2017 से सक्रिय है।

इस फैक्ट चेक को अंग्रेजी में यहाँ पढ़ें।

निष्कर्ष: वायरल पोस्ट फर्जी है। तमिलनाडु के इरोड जंक्शन पर तमिल भाषा के नेमप्लेट हिंदी से नहीं बदले गए हैं। यहाँ तमिल,अंग्रेजी और हिंदी तीनों भाषाओँ के नेमप्लेट अलग-अलग रखे गए हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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