Fact Check: तमिलनाडु भाजपा नेता मुरुगन ने किसान कानूनों पर यह बयान नहीं दिया, वायरल दावा गलत है

Vishvas News की जांच में दावा यह दावा फर्जी निकला। पुथियाथालमुरई वेब टीम ने दावों का खंडन करते हुए कहा कि टाइटल कार्ड को एडिट किया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। दिल्ली की सीमाओं में किसानों के आंदोलन के बीच, तमिल भाषा के क्षेत्रीय समाचार चैनल पुथियाथलेमई की एक ग्राफिक प्लेट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, जिसके ऊपर भाजपा नेता एल मुरुगन का हवाला देते हुए कहा गया है, (तमिल से हिंदी में अनुवादित) अगर भाजपा सत्ता में आती है, तो किसान कानूनों को रद्द कर दिया जाएगा।

Vishvas News की जांच में दावा यह दावा फर्जी निकला। पुथियाथालमुरई वेब टीम ने दावों का खंडन करते हुए कहा कि टाइटल कार्ड को एडिट किया गया है।

क्या हो रहा है वायरल

पुथियाथलेमुरई चैनल की इस वायरल ग्राफिक प्लेट पर तमिलनाडु भाजपा के नेता एल मुरुगन के हवाले से कहा कि अगर पार्टी सत्ता में आती है तो वह कृषि कानूनों को रद्द करने का वादा करती है।

फेसबुक पोस्टल का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

धर्मपुरी में एक पार्टी सम्मेलन को संबोधित करते हुए, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष एल मुरुगन ने शनिवार को कहा कि न्यू इंडियन एक्सप्रेस में एक लेख के अनुसार, तमिलनाडु में भाजपा की गति बढ़ रही है।

खबर के अनुसार, मुरुगन ने DMK पर कृषि कानूनों पर गलत सूचना अभियान चलाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों को तिरुपत्तूर जिले के अलंगयम में संबोधित करते हुए कहा, “एमके स्टालिन कृषि कानूनों पर गलत सूचना फैला रहे हैं। वह इस मुद्दे पर दोहरा खेल खेल रहे हैं। किसानों को इसका एहसास होना चाहिए। ”

हमने इस विषय में इंटरनेट को कीवर्ड्स की मदद से खंगाला, लेकिन हमें वायरल दावे की पुष्टि करने वाली कोई प्रामाणिक रिपोर्ट नहीं मिली।

Vishvas News ने सत्यापन के लिए पुथियाथेलमुरई वेब टीम के प्रमुख मनोज प्रभाकर से संपर्क किया। उन्होंने कहा “यह पोस्ट फर्जी है। हमने ऐसी कोई खबर नहीं चलाई। टाइटल कार्ड को एडिट किया गया है।”

वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले FB यूजर Shanmugasundaram KP की सोशल स्कैनिंग से पता चला कि वे तमिलनाडु के करूर में रहते हैं।

Read the Story in English and Tamil.

निष्कर्ष: Vishvas News की जांच में दावा यह दावा फर्जी निकला। पुथियाथालमुरई वेब टीम ने दावों का खंडन करते हुए कहा कि टाइटल कार्ड को एडिट किया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट