Fact Check : स्वाति मालीवाल के साथ हुई ‘अभद्रता’ का नहीं, दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में हुई मारपीट का है ये वीडियो

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मारपीट के वायरल वीडियो का स्वाति मालीवाल से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो नई दिल्ली की तीस हजारी अदालत के मध्यस्थता केंद्र का है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर मारपीट के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ दिल्ली के सीएम आवास पर हुई कथित मारपीट का है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो का स्वाति मालीवाल से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो नई दिल्ली की तीस हजारी अदालत के मध्यस्थता केंद्र का है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर श्रीमल कैलाश ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “ये तो होना ही था  स्वाति मालीवाल की पिंटाई हुई है, पिंटाई केजरीवाल के PA ने की है, खबर आ रही है की CMO में जमकर लात घुसे चल रहे हैं, कारण बताया जा रहा है की स्वाति, मारलोना, संजय, सबको CM बनना है और केजरीवाल अपनी राबड़ी को ही मुख्यमंत्री बनाना चाह रहे हैं  बहुत जूतम पैजार अभी बाकी है।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। हमें वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) ‘रामकुमार सिंह वरिष्ठ पत्रकार दिल्ली’ नामक एक एक्स अकाउंट पर 13 मई को अपलोड हुआ मिला। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट का है। जहां पर मध्यस्थता कक्ष में सुलह करने आए परिवार के सदस्य आपस में भिड़ गए।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) मुंबई मिरर के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 13 मई 2024 को अपलोड किया गया था। कैप्शन के अनुसार, वायरल वीडियो दिल्ली का है। तीस हजारी कोर्ट के मध्यस्थता केंद्र में सुलह कराने आए परिवार के लोग आपस में भिड़ गए और मारपीट करने लगे। 

अधिक जानकारी के लिए हमने दिल्ली तीस हजारी कोर्ट के बार एसोसिएट के वाइस प्रेसिडेंट मनीष शर्मा से बातचीत की। हमने उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि यह वीडियो तीस हजारी कोर्ट के मध्यस्थता केंद्र में सुलह करने आए कुछ लोगों के बीच में हुई लड़ाई का है।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को करीब आठ सौ लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर यूजर ने खुद को बाराबंकी का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मारपीट के वायरल वीडियो का स्वाति मालीवाल से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो नई दिल्ली की तीस हजारी अदालत के मध्यस्थता केंद्र का है।

False
Symbols that define nature of fake news
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