Fact Check: सुमित्रा महाजन को नहीं बनाया गया महाराष्‍ट्र की राज्‍यपाल, फेक है वायरल पोस्‍ट

Fact Check: सुमित्रा महाजन को नहीं बनाया गया महाराष्‍ट्र की राज्‍यपाल, फेक है वायरल पोस्‍ट

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक पोस्‍ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि भाजपा की वरिष्‍ठ नेता और लोकसभा की पूर्व अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन को महाराष्‍ट्र का नया राज्‍यपाल बनाया गया है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यह पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर प्राइम महाराष्‍ट्र ने 30 अक्‍टूबर को एक पोस्‍ट में दावा किया कि मध्‍यप्रदेश के इंदौर से 8 बार सांसद रह चुकीं सुमित्रा महाजन को महाराष्ट्र का नया राज्यपाल बनाया गया है।

वायरल पोस्‍ट के क्‍लेम को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।

पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरूआत गूगल ओपन सर्च से की। यदि सुमित्रा महाजन को महाराष्‍ट्र का राज्‍यपाल बनाया जाता है तो इससे संबंधित खबरें इंटरनेट पर जरूर मौजूद होतीं। लेकिन हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो इस बात की पुष्टि करे। हालांकि, एक खबर जरूर ऐसी मिली, जिसमें सुमित्रा महाजन ने इसका खंडन करते हुए इसे अफवाह करार दिया था। अमर उजाला डॉट कॉम पर 20 अक्‍टूबर को सुमित्रा महाजन की ओर से इसे बेबुनियाद बताया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

सर्च के दौरान भास्‍कर हिंदी डॉट कॉम पर भी इससे संबंधित खबर मिली। इसमें सुमित्रा महाजन और राज्यपाल कार्यालय ने पूरे मामले को सिरे से खारिज कर दिया। सुमित्रा महाजन का कहना था कि उनके पास ऐसा कोई आदेश अभी तक नहीं आया और न ही किसी ने पूछा है। संबंधित खबर यहां पढ़ें।

पड़ताल के अंत में महाराष्‍ट्र की राजनीति को कवर करने वाले एएनआई के पत्रकार सौरभ जोशी से संपर्क किया गया। उन्‍होंने बताया कि महाराष्‍ट्र के राज्‍यपाल के पद पर सुमित्रा महाजन की नियुक्ति नहीं की गई है। ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है। वायरल पोस्‍ट फर्जी है।

फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि इस पेज को 11 लाख लोग फॉलो करते हैं। यह पेज महाराष्‍ट्र के पिंपरी से मैनेज किया जाता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में महाराष्‍ट्र के राज्‍यपाल के पद पर सुमित्रा महाजन की नियुक्ति से जुड़ी पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। फैक्‍ट चेक किए जाने तक ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

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