Fact Check: लोगों के हाथों से कलावा हटाने वाले शिवशंकर सिंह यादव के सपा नेता होने का दावा फर्जी, वायरल पोस्ट सांप्रदायिक दुष्प्रचार है

सपा नेता शिवशंकर सिंह यादव के हिंदुओं के हाथों से कलावा हटाकर उन्हें इस्लाम कबूल कराने के दावे के साथ वायरल पोस्ट फर्जी और सांप्रदायिक दुष्प्रचार है।

Fact Check: लोगों के हाथों से कलावा हटाने वाले शिवशंकर सिंह यादव के सपा नेता होने का दावा फर्जी, वायरल पोस्ट सांप्रदायिक दुष्प्रचार है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो को गलत दावे के साथ राजनीतिक रंग देकर वायरल किए जाने के मामले में तेजी आ रही है। ऐसे ही एक वायरल हो रहे वीडियो में एक व्यक्ति को कुछ लोगों के हाथों से कलावा को हटाते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि ऐसा करने वाले व्यक्ति समाजवादी पार्टी के नेता शिव शंकर यादव हैं।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। शिवशंकर यादव का किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं हैं। शिवशंकर यादव अंधविश्वास और अंधश्रद्धा के खिलाफ अभियान चलाते हैं और उन्होंने इसी के तहत लोगों के हाथों से कलावा को उनकी सहमति से हटाया था।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Rameshwar Bhardwaj’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”समाजवादी पार्टी के शिव शंकर यादव ने हिंदुओं का कलावा काटा और कभी मंदिर ना जाने की कसम भी दिलाई। ऐसे ही अधर्मी गद्दार लोगों की वजह से मशीनरी कौम सर उठाती है।”

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया है। फेसबुक यूजर ‘योगीभक्त आहुति यादव’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”
पूर्वांचल के यादव क्या कर रहे हैं देखे। ? 👉गांव बढ़हरा, नंदगंज, जिला गाजीपुर में शिवशंकर यादव ने कई यादव बंधुओं के कलावा काटकर उनको इस्लाम कबूल करवाया और हिन्दू धर्म के खिलाफ नमाजवादी उर्फ समाजवादी पार्टी जॉइन करवाया…… डूब मरो हरामजादों , अपनी बहन का खतना करोगे क्या @#@#@#।”

पड़ताल

वीडियो के साथ किए गए दावे की सच्चाई का पता लगाने के लिए हमने सोशल मीडिया सर्च की मदद ली। सर्च में हमें फेसबुक पर 30 नवंबर 2020 को साझा किया गया वीडियो मिला, जो हूबहू वायरल वीडियो से मेल खाता है।

फेसबुक यूजर ‘अचल सिद्धार्थ यादव “बहुजन चिंतक”‘ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”सामाजिक क्रान्ति के पुरोधा श्रद्धेय शूद्र शिवशंकर सिंह यादव जी ने अंधविश्वास और पाखण्ड में जकड़े हुए यादव बंधुओं के लोगों को जाग्रित कर पाखण्ड और अंधविश्वास का प्रतीक कलावा काटकर उन्हें अपनी शक्ति व ज्ञान से परिचित कराया ।
गांव बढ़हरा, नंदगंज, जिला गाजीपुर में यादव बन्धुओं के हाथ पर बंधे मानसिक गुलामी रूपी कलवा धागे को काटते हुए शूद्र शिवशंकर सिंह यादव जी।”

वीडियो को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसमें नजर आ रहे सभी व्यक्ति एक-दूसरे से परिचित हैं और वह अपनी सहमति से हाथों से कलावा को हटा रहे हैं।

इसके बाद हमने इस वीडियो को लेकर शिवशंकर यादव से संपर्क किया। विश्वास न्यूज से बातचीत में उन्होंने स्वयं के किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े होने के आरोपों का खंडन किया।

उन्होंने हमें बताया, ‘मेरा आधिकारिक नाम शिवशंकर रामकमल सिंह है। सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्ति के बाद मैं लगातार अंधविश्वास और धार्मिक पाखंड के खिलाफ सक्रिय रूप से काम करता रहा हूं और इस दौरान मैं स्वयं को शूद्र शिवशंकर सिंह यादव के नाम से बुलाता हूं। वायरल हो रहा वीडियो जिला गाजीपुर के बढ़हरा गांव का है। नवंबर 2020 के पहले महीने में मैं एक पारिवारिक कार्यक्रम के सिलिसले में वहां गया था और वहां मौजूद लोगों के हाथों में कलावा देखकर मैंने उनसे इसे पहनने का कारण पूछा। इसके बाद मैंने अंधविश्वास और धार्मिक कर्मकांड को लेकर अपनी बात रखी और वह सभी उससे सहमत नजर आए और फिर उन्होंने अपने हाथों से कलावा को हटा दिया। मैंने उनकी मर्जी से यह सब किया और वीडियो में इसे देखा भी जा सकता है।’

यादव ने बताया, ‘जनवरी 2011 में सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्ति के बाद मैं लगातार सामाजिक चेतना के अभियान से जुड़ा रहा हूं और इसी वजह से मैंने अपना नाम बदलकर शूद्र शिवशंकर सिंह यादव कर लिया है। सोशल मीडिया पर मैं इसी नाम से लोकप्रिय हूं।’

सोशल मीडिया सर्च पर हमें 14 जून 2021 को ‘MNT News Network’ पर लाइव किए गए वीडियो का लिंक मिला, जिसमें बतौर पैनलिस्ट ‘शूद्र शिवशंकर सिंह यादव’ का नाम लिखा हुआ है।

सोशल मीडिया पर उनके वीडियो को लेकर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैं मुंबई में ही रहता हूं और इस मामले को लेकर मैंने वसई के वालिव पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।’ उन्होंने विश्वास न्यूज के साथ शिकायत की कॉपी को भी साझा किया, जिसमें उन्होंने साफ-साफ स्वयं के किसी भी राजनीति पार्टी या मिशन से जुड़े होने के आरोपों का खंडन करते हुए ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

शिवशंकर सिंह यादव की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत की प्रति

myneta.info की वेबसाइट पर सर्च करने पर हमें समाजवादी पार्टी के नेता शिव शंकर सिंह यादव का नाम मिला, जो उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के रहने वाले हैं।

वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ राजनीतिक रंग देकर वायरल करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में स्वयं को नालागढ़ का रहने वाला बताया है। उनकी प्रोफाइल विचारधारा विशेष से प्रेरित नजर आती है।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता शिवशंकर सिंह यादव के हिंदुओं का कलावा काटे जाने और उन्हें इस्लाम कबूल कराने के दावे के साथ वायरल हो रहा पोस्ट फर्जी है। वायरल वीडियो में नजर आ रहे व्यक्ति का नाम शिवशंकर सिंह यादव है और वह एक समाज सुधारक हैं। उनका समाजवादी पार्टी के साथ कोई संबंध नहीं है। सोशल मीडिया पर शिवशंकर सिंह यादव ‘शूद्र शिवशंकर सिंह यादव’ के नाम से भी लोकप्रिय हैं।

False
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