Fact Check: बनारस से शालिनी यादव अभी भी हैं मैदान में, लड़ेंगी मोदी के खिलाफ चुनाव

विश्वास न्यूज़ ( नई दिल्ली ) : आजकल सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेज़ी से वायरल हो रही है, जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस से उनके खिलाफ गठबंधन की उम्मीदवार शालिनी यादव ने मैदान छोड़ दिया है यानि की वो उनके सामने चुनावी मैदान में नहीं उतर रही है| विश्वास न्यूज़ ने अपनी तहक़ीक़ात में इस खबर को फ़र्ज़ी साबित किया और तथ्यों के आधार पर यह सत्य सामने रखा कि 2019 बनारस लोकसभा सीट से  शालिनी यादव मोदी के खिलाफ लड़ेंगी |

क्या हो रहा है वायरल :  फेसबुक यूज़र राजेश गुप्ता ने 4 मई 2019 को एक तस्वीर के साथ एक पोस्ट अपलोड की जिसकी हेडलाइन थी,  “कल बाराणसी मे सपा प्रत्याशी शालिनी जी ने अखिलेश यादव को अपना इस्तीफा सौंप दिया और कहा मै विकास पुरूष के खिलाफ नहीं लडूंगी और प्रधानमंत्री का प्रचार करूंगी”। उस तस्वीर में दिख रही महिला सपा प्रत्याशी शालिनी यादव है जो बनारस से मैदान में उतरी है | इस वायरल पोस्ट में यह बताया जा रहा है कि उन्होंने भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने से मना कर दिया है |

पड़ताल : विश्वास ने अपनी पड़ताल की शुरुआत इस तस्वीर को गूगल पर सर्च करके शुरू की जहां पर सबसे पहले शालिनी गुप्ता के सपा में शामिल होने की तमाम खबरें सामने आयी जिनके अनुसार 22 अप्रैल को शालिनी यादव कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुई और फिर उनको गठबंधन का उमीदवार घोषित किया गया। कहानी में मोड़ उस वक़्त आया जब अचानक से समय के समीकरण को देखते हुए सपा ने अपना उम्मीदवार तेज बहादुर यादव (बीएसफ के पूर्व जवान) को घोषित कर दिया और बनारस से मैदान में उतार दिया, मगर 1 मई को चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द कर दिया और फिर  बाज़ी पलटी और शालिनी यादव का नाम गठबंधन उम्मीदवार के रूप में सामने आया। ऐसे बहुत सारे लेख हमारे हाथ लगे जिसमें नामांकन रद्द से लेकर शालिनी यादव के नाम पर मोहर तक की बातें थीं| इसी कड़ी में अहम सुराग जागरण का वीडियो बना। 2 मई 2019 को शालिनी यादव का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू लिया गया था जिसका अंतराल करीब 3:30 मिनट था और इस वीडियो के काउंटर 0 :10  से 0 :40 के मध्य शालिनी गुप्ता ने अपनी वीडियो बाइट में यह बोला, “उन्हें उमीदवार के रूप में पार्टी ने उतारा है।”

वीडियो की हेडलाइन थी,  “बिजली के खंभों पर झालर लटकाना विकास नहीं: शालिनी यादव”  (Publish Date:Thu May 02 20:59:21 IST 2019)

डिस्क्रिप्शन था,  2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के खिलाफ गठबंधन की ओर से शालिनी यादव चुनावी मैदान में हैं। तेज बहादुर यादव का नामांकन खारिज होने के बाद अब सपा ने एक बार फिर से शालिनी यादव को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। वाराणसी में गठबंधन की चुनावी रणनीति और मोदी की चुनौती पर जागरण डॉट कॉम से शालिनी यादव ने एक्सक्लूसिव बातचीत की। सुनिए क्या कहा उन्होंने…

khaskhabar.com पर मंगलवार, 23 अप्रैल 2019, 6:49 PM पर एक आर्टिकल और मिला जिसका टाइटल था ” सपा-बसपा ने वाराणसी में मोदी के खिलाफ शालिनी यादव को मैदान में उतारा।” साथ ही, एक राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल की खबर हमारे हाथ लगी जिसमें “SP ने दो उम्मीदवारों की एक LIST की जारी, पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से इन्हें बनाया उम्मीदवार। समाजवादी पार्टी ने शालिनी यादव को वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ मैदान में उतारा है।” जिसमें उनके वक्तव्य का एक अंश भी मिला जिसमें उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मैं अखिलेश यादव जी के मार्गदर्शन में अपनी पूरी क्षमता से कार्य करूंगी और भाजपा से सीट छीनने का पूरा प्रयत्न करूंगी। युवा हमारे साथ हैं और अगर प्रयास किया जाए तो कुछ भी हासिल करना नामुमकिन नहीं है

फिर अगला कदम उठाते हुए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल में डालकर इस तस्वीर को भी तलाशना शुरू किया कि ये तस्वीर असली है की नक़ली। परिणाम सामने था तस्वीर शालिनी यादव की थी। गौरतलब है कि उम्मीदवार शालिनी यादव इससे पहले साल 2017 में वाराणसी से कांग्रेस के टिकट पर मेयर का चुनाव लड़ चुकी है,  जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। शालिनी ने 22  अप्रैल 2019 यानि सोमवार शाम को ही समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। पेशे से शालिनी यादव फैशन डिजाइनर हैं। उन्हें राजनीति अपने ससुर केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय श्याम लाल यादव से मिली है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की रहने वाली शालिनी यादव की शादी स्व. श्यामलाल यादव के छोटे सुपुत्र अरुण यादव से हुई है। शालिनी ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से इंग्लिश से बीए ऑनर्स किया है। इसके बाद उन्होंने फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा किया।

साल 2009 में भाजपा उम्मीदवार मुरली मनोहर जोशी ने यह सीट जीती थी। वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल को 3.75 लाख वोटों के बड़े अंतर से हराया था। इसके बाद से यह वीवीआईपी सीट बन गई है। 19 मई को सातवें चरण का मतदान होना है जो महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सालेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज सीट पर होगा |

इसके बाद समाजवादी पार्टी का ट्विटर अकाउंट सर्च किया। सर्च करने पर समाजवादी पार्टी का ट्वीट हाथ में लगा जिसमें उन्होंने आधिकारिक तौर पर शालिनी यादव को अपना उमीदवार घोषित करके ट्वीट किया था।

अब बारी थी शालिनी यादव के सोशल मीडिया को देखने की। उनका पेज और फेसबुक अकाउंट खंगाला तो पाया कि उन्होंने आज ही यानि 6 मई को पोस्ट अपडेट की जो उनके प्रचार से सम्बंधित थी |

और उनके फेसबुक पर हमें कुछ प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिंक भी मिले जिसमें वो तेज बहादुर यादव के साथ पीसी करती हुई नज़र आ रही हैं , जो इस प्रकार है।

आवश्यक सूचना

आपको सादर अवगत हो कि आज दिनांक 06 मई 2019 दिन सोमवार को अपराह्न (सायं) 05 बजे केएफसी मॉल व इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के सामने सिगरा वाराणसी में समाजवादी पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी श्रीमती शालिनी यादव जी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्धघाटन समारोह आयोजित है।

#जमकर_लडेंगे_और_जीतेंगे’

#महागठबंधन से #महापरिवर्तन

#बनारस #बनारसी #काशी #वाराणसी #लोकसभा #लोकसभाचुनाव #लोकसभाचुनाव_2019 )

वीडियो लिंक , https://www.facebook.com/shaliniyadavofficial/videos/2315911615155100/?t=167

https://www.facebook.com/shaliniyadavofficial/videos/2124106364293881/?t=101

हमने फिर शालिनी यादव से संपर्क साधा तो उनके फ़ोन पर राहुल यादव से बात हुई जिन्होंने स्पष्ट बोला “शालिनी यादव चुनाव लड़ रही है और अभी प्रचार कर रही है और आज उनके चुनावी कार्यालय का उद्घाटन भी है।”

अब बारी थी जहाँ से यह पोस्ट वायरल हुई राजेश गुप्ता के अकाउंट की सोशल स्कैनिंग की।

यहाँ पर हमने STALKSCAN टूल लगाया। राजेश गुप्ता पेशे से व्यापारी हैं और मूलतः बुलंदशहर से है और रुड़की में रहते है। 2013 अगस्त में यह अकाउंट इन्होंने बनाया |

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज़ ने पूरी जाँच-पड़ताल के बाद इस वायरल खबर को झूठा साबित किया और यह साफ़ किया कि वायरल हो रही पोस्ट में तथ्य एक दम गलत थे।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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