Fact Check: नवंबर 2017 का वीडियो अब यूपी चुनाव 2022 में फर्जी वोटिंग का बताकर किया जा रहा वायरल
वायरल वीडियो नवंबर 2017 का है। इसमें दिख रही महिला शैला खान हैं। उन्होंने बसपा के टिकट पर रामपुर में पालिकाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था। इसका यूपी चुनाव 2022 से कोई वास्ता नहीं है।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Feb 23, 2022 at 03:38 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 में अभी चौथे चरण का मतदान चल रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर 1.37 मिनट का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक मतदान केंद्र में महिला खुद को बसपा प्रत्याशी शैला बताते हुए कुछ बुर्कानशीं महिलाओं को रोके हुए है। वह कुछ आधार कार्ड दिखाकर गड़बड़ी का आरोप लगा रही हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो यूपी विधानसभा चुनाव 2022 का है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो नवंबर 2017 का है। बसपा प्रत्याशी शैला खान ने रामपुर में नवंबर 2017 में पालिकाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था। इसका यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से कोई संबंध नहीं है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक ग्रुप ‘योगी आदित्यनाथ 2022’ पर 16 फरवरी को इस पोस्ट करते हुए लिखा गया, यह देखो हिजाब पहनकर फर्जी वोट किया जा रहा है यूपी में …
पड़ताल
वायरल वीडियो में महिला खुद को बसपा प्रत्याशी शैला बता रही है। कीवर्ड से इसे सर्च करने पर हमें 3 नवंबर 2017 को timesofindia में छपी खबर मिली। इसके मुताबिक, बसपा ने रामपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए फैशन डिजाइनर शैला खान को टिकट दिया है। वह सपा की फातिमा अजहर के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी। यह सीट महिलाओं के लिए आरक्षित है।
23 नवंबर 2017 को jagran में छपी खबर के मुताबिक, बसपा प्रत्याशी शैला खान पर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ है। पालिकाध्यक्ष पद का चुनाव 26 नवंबर को होना है।
इसकी और पड़ताल करने पर हमें यूट्यूब चैनल Knowledge Plus TV पर 6 दिसंबर 2017 को शैला खान का इंटरव्यू मिला। इसका टाइटल है, नगर पालिका चुनाव में हार के बाद बसपा उम्मीदवार शेला खान का सबसे ख़ास इंटरव्यू, देखे अब उनकी Planning। वीडियो में दिख रही शैला खान और वायरल वीडियो की महिला का चेहरा मिलता—जुलता है।
शैला खान द्वारा फर्जी वोटिंग पकड़ने की खबर को हमने सर्च किया, लेकिन कोई ऐसी न्यूज नहीं मिली। हां, फेसबुक यूजर Radhey Sharma ने 28 नवंबर 2017 को वायरल वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है, रामपुर की बसपा प्रत्याशी शैला खान ने पकडा जाली आधार कार्ड से वोट डालते हुए 4 ख्वातिनो को।
इस बारे में रामपुर दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ मुसलीमीन का कहना है, यह वीडियो नवंबर 2017 का है। इसमें दिख रही बसपा प्रत्याशी शैला खान ने पालिकाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था।
वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक ग्रुप ‘योगी आदित्यनाथ 2022’ को हमने स्कैन किया। इसे 5 जनवरी 2021 को बनाया गया है। 23 जनवरी 2022 को इसका नाम बदला गया है। यह एक विचारधारा से प्रेरित है।
निष्कर्ष: वायरल वीडियो नवंबर 2017 का है। इसमें दिख रही महिला शैला खान हैं। उन्होंने बसपा के टिकट पर रामपुर में पालिकाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था। इसका यूपी चुनाव 2022 से कोई वास्ता नहीं है।
- Claim Review : फर्जी वोटिंग पकड़े जाने का वीडियो यूपी चुनाव 2022 का है
- Claimed By : FB Group- योगी आदित्यनाथ 2022
- Fact Check : झूठ
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