Fact Check : सोनिया गांधी का सात साल पुराना वीडियो गलत संदर्भ में किया जा रहा शेयर 

विश्वास न्यूज की पड़ताल में सोनिया गांधी के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल वीडियो तकरीबन 7 साल पुराना है। इसका हाल ही में उन्हें ईडी द्वारा भेजे गए नोटिस से कोई लेना-देना नहीं है।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। इसी से जोड़कर सोनिया गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में सोनिया गांधी बोलती हुई नजर आ रही हैं, “मैं इंदिरा गांधी की बहू हूं, किसी से नहीं डरती।” इस वीडियो को हालिया का बताते हुए दावा किया जा रहा है कि ईडी के नोटिस जारी करने के बाद सोनिया गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए ये बयान दिया है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल वीडियो तकरीबन 7 साल पुराना है। इसका हाल ही में उन्हें ईडी द्वारा भेजे गए नोटिस से कोई लेना-देना नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Tejinder Malik ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “जब ED ने सोनिया को सरकारी खजाने से चोरी करने पर पूछताछ को बुलाया तो सोनिया बोली मैं इंद्रा की बहू हूँ।

इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल  –

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने संबंधित कीवर्ड्स से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट एनबीटी की वेबसाइट पर 8 दिसंबर 2015 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, सोनिया गांधी ने यह बात 2015 में तब कही थी, जब दिल्ली की एक निचली अदालत ने उन्हें और राहुल गांधी सहित पांच अन्य लोगों को नेशनल हेराल्ड मामले में पेश होने के लिए कहा था। कांग्रेस ने दिल्ली उच्च न्यायालय से इस समन को रद्द करने की अपील की थी, लेकिन अदालत ने इस अपील को खारिज कर दिया था। याचिकाकर्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस नेताओं पर कोर्ट में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए सोनिया गांधी ने ये बयान दिया था। कई अन्य न्यूज वेबसाइट ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो Indian Express के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 8 दिसंबर 2015 को अपलोड मिला। यहां पर कैप्शन और डिस्क्रिप्शन में यही जानकारी दी गई है। एनडीटीवी ने भी इस पर रिपोर्ट प्रकाशित की थी। 

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण में पॉलिटिक्स कवर करने वाले असिस्टेंट एडिटर संजय मिश्रा से संपर्क किया। हमने वायरल दावे को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो काफी पुराना है। हाल-फिलहाल में सोनिया गांधी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उनके पुराने वीडियो को यूजर्स गलत तरीके से शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले यूजर के फेसबुक हैंडल Tejinder Malik की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर के 7110  फॉलोअर्स मौजूद हैं। फेसबुक प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर गाजियाबाद का रहने वाला है। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में सोनिया गांधी के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल वीडियो तकरीबन 7 साल पुराना है। इसका हाल ही में उन्हें ईडी द्वारा भेजे गए नोटिस से कोई लेना-देना नहीं है।

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