Fact Check: बोरिस जॉनसन का 7 साल पुराना वीडियो फर्जी दावे के साथ वायरल

वायरल वीडियो लगभग सात साल पुराना है, जब बोरिस इंग्लैंड में मेयर थे न कि प्रधानमंत्री। जिस दुकान से बोरिस ने शॉपिंग की थी उसके मालिक ने विश्वास टीम के साथ बात करते हुए इस दावे को फर्जी बताया है। आपको बता दें कि वायरल वीडियो में ऑडियो भी अलग से लगाया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से जोड़कर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को एक दुकान में खरीददारी करते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि इस कोरोना के समय में बोरिस एक आम नागरिक की तरह शॉपिंग कर रहे हैं। वीडियो में एक ऑडियो बोरिस के बारे में बता रही है। विश्वास टीम ने इस वीडियो की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी पाया। यह वीडियो लगभग सात साल पुराना है, जब बोरिस इंग्लैंड में मेयर थे न कि प्रधानमंत्री। जिस दुकान से बोरिस ने शॉपिंग की थी उसके मालिक ने विश्वास टीम के साथ बात करते हुए इस दावे को फर्जी बताया है। आपको बता दें कि वायरल वीडियो में ऑडियो भी अलग से लगाया गया है।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक पेज “ਪੰਜਾਬੀ ਮੰਡੀਰ” ने लाइव होते हुए एक वीडियो शेयर किया जिसमें इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन को एक दुकान में से खरीददारी करते हुए देखा जा सकता है। इसके साथ डिस्क्रिप्शन लिखा: “UK ਦਾ ਪ੍ਰਧਾਨਮੰਤਰੀ ਸਾਈਕਲ ਤੇ ਸ਼ੋਪਿੰਗ ਕਰਨ ਆਇਆ ਆਪਣੇ ਵਾਲਾ ਏਦਾ ਕਰਕੇ ਦਿਖਾਵੇ” हिंदी अनुवाद” UK का प्रधानमंत्री साइकल पर शॉपिंग करने आया, हमारे वाला ऐसा करके दखाए”

वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड लिंक

पड़ताल

विश्वास टीम ने पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा। वीडियो में किसी भी व्यक्ति ने न ही अपने हाथों में ग्लव्स पहना हुआ है और न ही किसी ने मुंह पर मास्क लगाया हुआ है। वीडियो की ऑडियो के अनुसार, इस वीडियो को हाल का बताया जा रहा है। वीडियो में जिस दुकान से बोरिस शॉपिंग कर रहे हैं उसका बोर्ड भी वीडियो में नज़र आता है। वीडियो में Milad Supermarket दुकान का बोर्ड नज़र आता है।

अब हमने Milad Supermarket कीवर्ड डालकर गूगल मैप्स पर सर्च किया। हमें दुकान का पता और दुकान की जानकारी मिल गई थी। गौर करने वाली बात थी कि तस्वीरों में दुकान का बोर्ड नया नज़र आ रहा है, जबकि वीडियो में पुराना।


New Board

अब हमने Milad Supermarket के फेसबुक पेज पर कई और तस्वीरों को ढूंढा। हमें उनके पेज पर नवंबर 2015 को अपलोड किए एक पोस्ट में वायरल वीडियो वाला बोर्ड नज़र आया, जबकि 2017 में अपलोड किए एक पोस्ट में नए डिज़ाइन वाला बोर्ड नज़र आया।


Old Board

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने थोड़ा और सर्च किया तो हमें मिलाद सुपरमार्केट के इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस वीडियो को लेकर पुष्टि प्राप्त हुई। उन्होंने इस वीडियो को वहां अपलोड किया हुआ था और साथ में डिस्क्रिप्शन लिखा था: Boris Johnson at Milad Supermarket 7 years ago! (हिंदी अनुवाद: बॉरिस जॉनसन मिलाद सुपरमार्केट में 7 साल पहले)

https://www.instagram.com/p/B-nhqVEJxZH/

यह बात साफ हो गई कि यह वायरल वीडियो 7 साल पुराना है। सबसे खास बात मिलाद की इस वीडियो कि यह रही कि इसमें वायरल वीडियो वाला ऑडियो नहीं था। मतलब वायरल वीडियो में ऑडियो भी अलग से लगाया गया था।

अब हमने मिलाद सुपरमार्केट में कॉल कर संपर्क किया। मिलाद के मालिक जॉनसन बोरिस ने विश्वास टीम के साथ बात करते हुए बताया, “यह वीडियो 7 साल पुराना है जब बोरिस इंग्लैंड में मेयर थे और हमारी दुकान में खरीददारी करने आए थे। हमने इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर पुष्टि भी की है।” विश्वास टीम के साथ बात करते हुए जॉनसन बोरिस ने बताया कि क्योंकि उनका नाम देश के प्रधानमंत्री से मिलता है इसलिए लोगों ने इस वीडियो को वायरल किया।

आपको बता दें कि बोरिस जॉनसन कोरोना वायरस से संक्रमित है और कुछ दिनों पहले ही उन्हें हॉस्पिटल में दाखिल करवाया गया था। हालिया खबरों के अनुसार उनकी हालत में काफी सुधार हुआ है। BBC की बोरिस की सेहत को लेकर 8 अप्रैल 2020 को छापी गई खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।

इस वीडियो को सोशल मीडिया पर कई यूज़र शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है ਪੰਜਾਬੀ ਮੰਡੀਰ नाम का फेसबुक पेज। यह पेज पंजाबी जगत से जुडी खबरों को ज़्यादा शेयर करता है।

Disclaimer: विश्वास न्यूज की कोरोना वायरस (COVID-19) से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरी को पढ़ते या उसे शेयर करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिन आंकड़ों या रिसर्च संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया है, वह परिवर्तनीय है। परिवर्तनीय इसलिए क्योंकि इस महामारी से जुड़े आंकड़ें (संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या, इससे होने वाली मौतों की संख्या ) में लगातार बदलाव हो रहा है। इसके साथ ही इस बीमारी का वैक्सीन खोजे जाने की दिशा में चल रहे रिसर्च के ठोस परिणाम आने बाकी हैं, और इस वजह से इलाज और बचाव को लेकर उपलब्ध आंकड़ों में भी बदलाव हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि स्टोरी में इस्तेमाल किए गए डेटा को उसकी तारीख के संदर्भ में देखा जाए।

निष्कर्ष: वायरल वीडियो लगभग सात साल पुराना है, जब बोरिस इंग्लैंड में मेयर थे न कि प्रधानमंत्री। जिस दुकान से बोरिस ने शॉपिंग की थी उसके मालिक ने विश्वास टीम के साथ बात करते हुए इस दावे को फर्जी बताया है। आपको बता दें कि वायरल वीडियो में ऑडियो भी अलग से लगाया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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