विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि लालकृष्ण आडवाणी के नाम से बना यह ट्विटर अकाउंट फर्जी है। लालकृष्ण आडवाणी का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है। वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर भारत के पूर्व गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के नाम पर बने फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल के ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल किया जा रहा है। वायरल ट्वीट के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि आडवाणी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर इस ट्वीट के जरिए हमला किया है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि लालकृष्ण आडवाणी के नाम से बना यह ट्विटर अकाउंट फर्जी है। लालकृष्ण आडवाणी का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है। वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर Dheeraj Saini (आर्काइव) ने 25 मई को इस स्क्रीनशॉट को शेयर किया। प्रोफाइल पर लालकृष्ण आडवाणी की फोटो लगी हुई है। वायरल ट्वीट की आईडी @LK _Adwani दी हुई है। ट्वीट को शेयर कर लिखा है ,” अडवाणी जी का जमीर जाग गया , अंधे भक्तों का कब जागेगा पता नहीं ।”
पहला ट्वीट :- पहला ट्वीट : मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती मेरा आरएसएस जैसे निर्दयी संघ को अहमियत देना, मैने आरएसएस की हमेशा सेवा की, मैं राजनीति में उन लोगों को आगे लेकर आया जो संघ से जुड़े चेहरे थे। मैंने देश की भलाई के बारे में सोचा हमेशा ! लेकिन मुझे नहीं पता था कि एक भूल देश को नरक में धकेल देगी!”
दूसरा ट्वीट :- ‘मैनें मोदी और शाह का यह सोचकर विरोध नहीं किया, कि ये मेरे हाथों में पले बढ़े मेरे बच्चे देश को विश्वगुरू बनायेंगे, लेकिन आज देश की हालात इन दोनों की जोड़ी ने ऐसी कर दी है कि जनता को श्वांस तक नसीब नहीं हो रही है, मुझे ऐसा पता होता तो मैं इन व्यापारियों को कभी भी देश नहीं सौंपता।’ यूजर्स इसे सच मानते हुए वायरल कर रहे हैं।
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वायरल स्क्रीनशॉट को ध्यान से देखा। इस अकाउंट पर ब्लू टिक नहीं है मतलब यह वेरिफाइड नहीं है। इसके बाद ट्विटर आईडी @LK _Adwani को सर्च किया। हमें ऐसा कोई अकाउंट नहीं मिला। सर्च करने पर हमने पाया की ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस अकाउंट को फर्जी बताया है। इसमें हमें डिलीटेड अकाउंट मिला।
जाँच को आगे बढ़ाते हुए हमने archive.md में वायरल ट्विटर अकाउंट के लिंक को सर्च किया। इस अकाउंट में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और बीजपी के विरोध में किये गए कई ट्वीट मिले। गौर करने वाली बात यह है कि लालकृष्ण आडवाणी इंग्लिश में अपने नाम की स्पेलिंग में “Advani ” लिखते हैं, लेकिन जिस हैंडल से ट्वीट किया गया है उसमें “Adwani ” लिखा हुआ है। इससे साबित होता है कि यह पूर्व गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के नाम पर बना फर्ज़ी अकाउंट है।
पड़ताल के दौरान हमने पाया कि लालकृष्ण आडवाणी का अपना कोई आधिकारिक ट्विटर हैंडल नहीं है। उनके नाम से सोशल मीडिया पर कई फर्ज़ी अकाउंट्स बने हुए हैं।
अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने लालकृष्ण आडवाणी के ऑफिस में कॉल किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया गया है और ना ही उनका कोई अधिकारिक ट्विटर अकाउंट है।
पहले भी लालकृष्ण आडवाणी के नाम से बने फर्जी ट्विटर अकाउंट के ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो चुका है। विश्वास न्यूज की पहले की पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।
जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। सोशल स्कैनिंग से पता चला कि फेसबुक यूजर Dheeraj Saini को 2 हज़ार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि लालकृष्ण आडवाणी के नाम से बना यह ट्विटर अकाउंट फर्जी है। लालकृष्ण आडवाणी का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है। वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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