Fact Check : संजय राउत के हारमोनियम बजाने का वीडियो पुराना, महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों के बाद का नहीं

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि करीब चार साल पुरानी है। संजय राउत की पुरानी तस्वीर को भ्रामक दावों के साथ सोशल मीडिया पर अभी का बताकर महाराष्ट्र चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर हारमोनियम बजाते हुए शिवसेना (उद्धव बाबासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र चुनाव में महा विकास अघाड़ी के हारने के बाद संजय राउत हारमोनियम बजाते हुए नजर आए। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि करीब चार साल पुरानी है। संजय राउत की पुरानी तस्वीर को भ्रामक दावों के साथ सोशल मीडिया पर अभी का बताकर महाराष्ट्र चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘अरे गज़ब’ 25 नवंबर 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “देश की बड़ी दो पार्टियों को फूंक कर आराम से हारमोनियम का आनंद लेते हुए। इस कला का जरा सा भी घमंड नहीं है।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट न्यूज 18 मराठी की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 24 मार्च 2020 को मराठी भाषा में  प्रकाशित किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, संजय राउत ने घर में परिवार के सामने हारमोनियम बजाया था, जिसके वीडियो को उनकी बेटी पूर्वशी ने फेसबुक पर सभी के साथ शेयर किया था।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो 25 मार्च 2020 को इसी जानकारी के साथ न्यूज एक्सप्रेस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। कैप्शन में मौजूद जानकारी के मुताबिक, संजय राउत ने घर में परिवार के बीच हारमोनियम बजाया।

अधिक जानकारी के लिए हमने दिल्ली शिवसेना (u.b.t.) प्रदेश प्रमुख से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो पुरानी है  और इसके साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है। सोशल मीडिया पर विपक्षी दल संजय राउत की छवि को खराब करने के लिए तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को करीब 20 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि करीब चार साल पुरानी है। संजय राउत की पुरानी तस्वीर को भ्रामक दावों के साथ सोशल मीडिया पर अभी का बताकर महाराष्ट्र चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। 

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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