Fact-Check: नहीं, RSS सुप्रीमो मोहन भागवत ने चीन के बुबोनिक प्लेग पर नहीं दिया है यह बयान

RSS सुप्रीमो मोहन भागवत ने यह नहीं कहा कि बुबोनिक प्लेग से संक्रमित भारतीयों को राष्ट्र-विरोधी घोषित किया जाएगा। यह दावा झूठा है।

Fact-Check: नहीं, RSS सुप्रीमो मोहन भागवत ने चीन के बुबोनिक प्लेग पर नहीं दिया है यह बयान

नई दिल्ली, विश्वास न्यूज़। पूरी दुनिया में फैली जानलेवा बीमारी कोरोना वायरस की महामारी के बीच, चीनी शहर इनर मंगोलिया से एक और बीमारी बुबोनिक प्लेग की खबर आयी है। ऐसे में इस प्लेग को लेकर भी कई गलत ख़बरें वायरल हो रहीं हैं। हाल ही में एक दावा वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि जो कोई भी भारतीय चीन मूल के बुबोनिक प्लेग से संक्रमित पाया जाएगा, उसे राष्ट्रविरोधी घोषित किया जाएगा। विश्वास न्यूज़ ने अपनी जांच में इस दावे को झूठा पाया।

क्या हो रहा है वायरल?

एक ट्विटर हैंडल, ‘रिपब्लिक ➐’ यूजरनेम ‘@notrepuburtv’ ने इस पोस्ट को किया जिसमें लिखा था “”ब्रेकिंग:” चीन मूल के बुबोनिक प्लेग से यदि कोई भी भारतीय संक्रमित पाया गया तो उसे एंटी-नेशनल घोषित किया जाएगा: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा #bubonicplague”. इस पोस्ट के साथ आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत की तस्वीर भी है।

इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल शुरू करने के लिए सबसे पहले विभिन्न मीडिया पोर्टल्स पर चेक किया कि कहीं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा बुबोनिक प्लेग के बारे में कोई बयान है या नहीं। हमें कहीं भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बुबोनिक प्लेग को लेकर कोई बयान नहीं मिला।

हालांकि, हमें जागरण अंग्रेजी की वेबसाइट पर चीनी शहर में बुबोनिक प्लेग और चेतावनी के बारे में एक खबर मिली।

बाद में हमने आरएसएस के प्रचारक, नरेंद्र कुमार से संपर्क किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि आरएसएस सुप्रीमो द्वारा ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है और यह खबर स्पष्ट रूप से फर्जी है।

विश्वास न्यूज़ ने इसके बाद इस पोस्ट को शेयर करने वाले ट्विटर प्रोफ़ाइल की जांच की। हमने देखा कि ट्विटर अकाउंट वेरिफाइड नहीं है। इस पोस्ट को ट्विटर हैंडल, ‘रिपब्लिक ➐’ यूजरनेम ‘@notrepuburtv’ ने सबसे पहले शेयर किया था। एक मीडिया संगठन का कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट आमतौर पर वेरिफाइड (ब्लू टिक के साथ) होता है। इसके अलावा, प्रोफ़ाइल के डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “भारत का सबसे सच्चा नहीं नफरतभरा समाचार स्रोत।” यह प्रोफ़ाइल मार्च 2020 में बनाया गया था और इसके 284 फ़ॉलोअर्स हैं। इस यूजर ने एक जाने-माने टीवी चैनल का एक इम्पोस्टर अकाउंट बनाया है। इम्पोस्टर एक ऐसा अकाउंट होता है, जो दूसरों को धोखा देने के लिए किसी और के होने का दिखावा करता है। इसे पैरोडी अकाउंट भी कहते हैं।

निष्कर्ष: RSS सुप्रीमो मोहन भागवत ने यह नहीं कहा कि बुबोनिक प्लेग से संक्रमित भारतीयों को राष्ट्र-विरोधी घोषित किया जाएगा। यह दावा झूठा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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