X
X

Fact Check: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का अधूरा वीडियो वायरल, आरक्षण के विरोध का दावा गलत

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने तेलंगाना में एक कार्यक्रम में कहा था कि एक वीडियो वायरल कर झूठा दावा किया जा रहा है कि संघ आरक्षण के खिलाफ है। उस वीडियो के अधूरे हिस्से को शेयर कर गलत दावा किया जा रहा है।

Fact Check, RSS, Mohan Bhagwat, Hyderabad, loksabha election 2024, Election Fact Check,

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के संबोधन की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। इसमें दिखाया गया है कि वह कह रहे हैं, संघ वाले अंदरखाने आरक्षण का विरोध करते हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि मोहन भागवत के तेलंगाना में दिए संबोधन के अधूरे वीडियो को वायरल कर गलत दावा किया जा रहा है। दरअसल, उन्होंने कहा था कि कुछ लोग वीडियो वायरल कर दावा कर रहे हैं कि संघ वाले आरक्षण का विरोध करते हैं, जबकि संघ आरक्षण को समर्थन देता है। वीडियो के जरिए किया जा रहा दावा झूठा है।

क्या है वायरल पोस्ट

एक्स यूजर ‘@jk000000102’ (आर्काइव लिंक) ने 14 मई को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,

“हम संघ वाले अंदर-अंदर से आरक्षण का विरोध करते हैं, लेकिन बाहर आ के बोल नहीं सकते…!!!!
:- संघ प्रमुख (मोहन भागवत)”

वीडियो में मोहन भागवत कहते दिख रहे हैं, “संघ वाले बाहर से तो बातें अच्छी करते हैं अंदर जाकर कहते हैं, आरक्षण का हमारा विरोध है, बाहर हम बोल नहीं सकते”

https://twitter.com/jk000000102/status/1790261562218786901

फेसबुक यूजर Shaswat Yadav (आर्काइव लिंक) ने भी 14 मई को इस वीडियो को पोस्ट कर समान दावा किया।

पड़ताल

वायरल वीडियो पर एएनआई का लोगो लगा हुआ है। हमने इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया तो एएनआई के एक्स हैंडल पर इससे संबंधित पोस्ट (आर्काइव लिंक) मिली। 28 अप्रैल 2024 को वायरल वीडियो के लंबे वर्जन को पोस्ट किया गया है। इसमें मोहन भागवत कह रहे हैं, “मैं यहां आया कल तो मैंने सुना, एक वीडियो घूम रहा है कि संघ वाले बाहर से तो बातें अच्छी करते हैं अंदर जाकर कहते हैं, आरक्षण का हमारा विरोध है, बाहर हम बोल नहीं सकते। अब यह एकदम असत्य बात है, गलत बात है। जब से आरक्षण आया है, तब से संविधान सम्मत सारे आरक्षण को संघ पूर्ण समर्थन देता है और संघ यह कहता है कि आरक्षण जिनके लिए है, उनको जब तक आवश्यक लगेगा या सामाजिक कारणों से दिया गया है, वह भेदभाव जब तक है, तब तक यह आरक्षण जारी रहना चाहिए।”

वीडियो के साथ में लिखा है, “हैदराबाद, तेलंगाना: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का कहना है, एक वीडियो प्रसारित किया जा रहा है कि आरएसएस आरक्षण के खिलाफ है और हम इसके बारे में बाहर नहीं बोल सकते। अब यह पूरी तरह से झूठ है। संघ शुरू से ही संविधान के अनुसार सभी आरक्षणों का समर्थन करता रहा है।

28 अप्रैल 2024 को आजतक की वेबसाइट पर छपी खबर में लिखा है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने तेलंगाना के हैदाराबाद स्थित एक शैक्षणिक संस्थान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने यहां कहा कि संघ शुरू से आरक्षण का समर्थन करता रहा है, लेकिन कुछ लोग झूठा वीडियो वायरल कर रहे हैं।

इस बारे में हमने आरएसएस के पूर्व प्रांत प्रचारक राजीव तुली से संपर्क कर उनको वायरल वीडियो भेजा। उनका कहना है, यह वीडियो अधूरा है। संघ कभी आरक्षण के खिलाफ नहीं है। इसके बारे में मोहन भागवत ने कुछ दिन पहले अपने संबोधन में कहा था।

भारतीय निर्वाचन आयोग ने 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया था। आयोग की प्रेस रिलीज के अनुसार, चुनाव सात चरणों में होने हैं। इनमें से चार चरणों का मतदान हो चुका है। मतगणना 4 जून को होगी।

अधूरा वीडियो शेयर करने वाले एक्स यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक राजनीतिक विचारधारा से प्रभावित यूजर के आठ हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने तेलंगाना में एक कार्यक्रम में कहा था कि एक वीडियो वायरल कर झूठा दावा किया जा रहा है कि संघ आरक्षण के खिलाफ है। उस वीडियो के अधूरे हिस्से को शेयर कर गलत दावा किया जा रहा है।

  • Claim Review : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, संघ वाले अंदरखाने आरक्षण का विरोध करते हैं।
  • Claimed By : X User- jk000000102
  • Fact Check : झूठ
झूठ
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later