राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी मदनी के नाम से वायरल पोस्ट फर्जी है। उन्होंने इस तरह कोई भी बयान नहीं दिया है। इसको लेकर राष्ट्रीय उलमा काउंसिल की तरफ से पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर मौलाना आमिर रशादी मदनी के नाम से एक ग्राफिक वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि हम जनसंख्या विस्फोट से भारत को इस्लामी देश बना रहे हैं और चुपके से हिन्दुस्तान को पाकिस्तान की तरह हथिया लेंगे। इसमें नीचे राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी मदनी का नाम लिखा हुआ है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इसे शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मौलाना आमिर रशादी मदनी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उनके नाम से फर्जी बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
फेसबुक यूजर Gaurav Gupta (आर्काइव लिंक) ने 8 नवंबर को इस ग्राफिक को शेयर किया। इसमें लिखा है, ‘बटवारे की वजह से भारत में हिंदू जिंदा बच गए। इस बार मुसलमान बटवारे की गलती नहीं करेंगे। हम जनसंख्या विस्फोट से पुरे भारत को अन्दर से इस्लामी देश बना रहे हैं। छीन के लिया पाकिस्तान, चुपके से ले रहे हैं हिन्दुस्तान।’
— मौलाना आमिर रशदी मदनी
राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल, भारत
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले फोटो को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। उलमा काउंसिल की वेबसाइट पर हमें यह फोटो मिल गई। इसमें लिखा है कि राष्ट्रीय उलमा परिषद के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी मदनी।
कीवर्ड से इसे सर्च किया। हमें इससे संबंधित कोई खबर नहीं मिली। हां, फेसबुक पर हमें 2018 (आर्काइव लिंक) और 2019 (आर्काइव लिंक) में भी पोस्ट किया गया ऐसा ही ग्राफिक मिला। मतलब यह पोस्ट पहले भी कई बार वायरल हो चुकी है।
तल्हा रशादी (आर्काइव लिंक) के नाम से बने एक ट्विटर अकाउंट से इस ग्राफिक को फेक बताते हुए लखनऊ पुलिस से शिकायत की गई है। यह ट्वीट 17 अक्टूबर 2020 को किया गया है। इसकी प्रोफाइल में लिखा है कि तल्हा राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के प्रवक्ता हैं। इसमें लिखा है कि राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी का नाम व फोटो लगाकर फर्जी और आपत्तिजनक बयान सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।
हमने राष्ट्रीय उलमा काउंसिल का ट्विटर और फेसबुक अकाउंट को खंगाला, लेकिन ऐसा कोई भी ट्वीट या बयान नहीं मिला।
इस बारे में अधिक पुष्टि के लिए हमने मदनी के कानूनी सलाहकार मो. नसीम से बात की। उनका कहना है, ‘यह पोस्ट पहले भी कई बार वायरल हो चुकी है। यह मैसेज फर्जी है। इसको लेकर उन्होंने अलीगढ़ और आजमगढ़ में केस भी दर्ज कराया था।‘
विश्वास न्यूज पहले भी इस पोस्ट की पड़ताल कर चुका है। पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
फर्जी पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘गौरव गुप्ता‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। उन्होंने अपनी प्रोफाइल को लॉक किया हुआ है।
निष्कर्ष: राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी मदनी के नाम से वायरल पोस्ट फर्जी है। उन्होंने इस तरह कोई भी बयान नहीं दिया है। इसको लेकर राष्ट्रीय उलमा काउंसिल की तरफ से पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी।
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