Fact Check : विधायक रामकेश मीणा का पांच साल पुराना वीडियो सांप्रदायिक दावे से हो रहा शेयर

गंगापुर के निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा का पांच साल से ज्यादा पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वीडियो अप्रैल 2018 में भारत बंद के दौरान हुई घटना का है।

Fact Check : विधायक रामकेश मीणा का पांच साल पुराना वीडियो सांप्रदायिक दावे से हो रहा शेयर

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोगों को एक शख्स को दौड़ाते और पीटते देखा जा सकता है। वीडियो को पोस्ट कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि राजस्थान में धर्म विशेष के विधायक ने जब भगवा झंडा उतारा तो लोगों ने उनको दौड़ा-दौड़ा के पीटा।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो पांच साल से ज्यादा पुराना है और गंगापुर के वर्तमान विधायक रामकेश मीणा का है। 2 अप्रैल 2018 को हुए भारत बंद के दौरान जब वह (उस समय पूर्व विधायक) उपद्रवियों को समझाने गए थे, तब उन पर हमला बोल दिया गया था। उस समय के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।    

क्या है वायरल पोस्ट

एक्स यूजर ‘अंजली‘ (आर्काइव लिंक) ने 4 सितंबर को वीडियो शेयर करते हुए लिखा,    

“धन्यवाद #राजस्थान में भगवा झंडा उतारने वाले कांग्रेसी विधायक अब्दुल को और उसके साथियों

को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया

हिंदू भाई जाग रहे हैं”

फेसबुक यूजर ‘देवराज युवी‘ (आर्काइव लिंक) ने 4 सितंबर को वीडियो पोस्ट करते हुए समान दावा किया।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले एक्स पोस्ट को ध्यान से देखा। इसमें कुछ यूजर्स ने इस वीडियो को पुराना बताया है। यूजर ‘राजबहादुर बिडरवास’ ने जवाब में लिखा है कि यह वीडियो रामकेश मीणा की है, जो इस समय गंगापुर शहर से वर्तमान विधायक और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार हैं। जिस समय यह घटना हुई, उस समय मानसिंह गुर्जर भाजपा विधायक थे।

इसके बाद हमने वीडियो के कीफ्रेम निकालकर गूगल लेंस से सर्च किया। ‘राजेश आदिवासी’ (आर्काइव लिंक) नाम के एक्स यूजर ने इस वीडियो को 6 अप्रैल 2018 को शेयर किया है। इसमें जानकारी दी गई है कि गंगापुर शहर के पूर्व विधायक रामकेश मीणा को आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पीटा।  

सर्चिंग में हमें न्यूज 18 में इससे संबंधित खबर मिली। इसमें वायरल वीडियो के कीफ्रेम का इस्तेमाल किया गया है। 7 अप्रैल 2018 को छपी खबर में लिखा है, “2 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान हुआ था। एसटी-एससी अधिनियम में हुए बदलाव के विरोध में यह बंद किया गया था। पूर्व संसदीय सचिव रामकेश मीणा ने भारत बंद के दौरान निकाली गई रैली का नेतृत्व किया था, मगर इस दौरान हालात बिगड़ गए और गंगापुर सिटी में उपद्रवियों ने पत्थरबाजी और आगजनी शुरू कर दी। रामकेश मीणा जब उपद्रवियों को समझाने पहुंचे तो उन्होंने रामकेश मीणा पर ही हमला कर दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।” इससे साफ होता है कि वायरल वीडियो रामकेश मीणा का है और पुराना है।

दो साल पहले दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर खबर छपी है। इसमें लिखा है, “जयपुर के आमागढ़ फोर्ट पर भगवा ध्वज फाड़ने और उसका अनादर करने के मामले में हिंदू संगठन और मीणा समाज आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल, तीन दिन पहले आमागढ़ फोर्ट से भगवा ध्वज फाड़ने और उसके अनादर का वीडियो वायरल होने का विवाद शुरू हुआ था। वीडियो में गंगापुर से निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा भी दिख रहे हैं।”

यह वीडियो अलग दावे के साथ 2021 में भी वायरल हुई थी, तब विश्‍वास न्‍यूज ने इसकी जांच कर इसे पुराना बताया था।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने राजस्थान में दैनिक जागरण के ब्यूरो हेड नरेंद्र शर्मा से बात की। उनका कहना है, “वायरल वीडियो पुराना है। इस समय रामकेश मीणा गंगापुर से विधायक हैं। उन्होंने निर्दलीय चुनाव जीता है और वह कांग्रेस के समर्थन में हैं।

पड़ताल के अंत में हमने सांप्रदायिक दावा करने वाले एक्स यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। अप्रैल 2023 से एक्स से जुड़े यूजर के 4986 फॉलोअर्स हैं।      

निष्कर्ष: गंगापुर के निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा का पांच साल से ज्यादा पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वीडियो अप्रैल 2018 में भारत बंद के दौरान हुई घटना का है।

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