हमारी जांच से स्पष्ट है कि अशोक गहलोत की मालपुरा की रैली में ‘मोदी-मोदी’ के नारे नहीं लगे थे। वायरल किया जा रहा है वीडियो एडिटेड है। इसमें नारे को अलग से जोड़कर वायरल किया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सोशल मीडिया पर कई प्रकार के झूठ वायरल हुए। फेक और भ्रामक तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से मतदाताओं को भ्रमित करने की कोशिश की गई। अब सोशल मीडिया पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है उनकी रैली में ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगे। वायरल वीडियो में अशोक गहलोत को लोगों को शांत कराते हुए देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में वायरल वीडियो को एडिटेड पाया, जिसे गुमराहपूर्ण दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो में ‘मोदी-मोदी’ के नारे वाली आवाज अलग से जोड़ी गई है।
फेसबुक पेज ‘इंडिया 272+’ ने 23 नवंबर को 14 सेकंड का एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया, “इलाका किसी का हो, धमाका हमारा हो होगा अशोक गहलोत की रैली में लगे मोदी-मोदी के नारे।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
इसका अकाइव लिंक यहां देखें।
वायरल वीडियो 14 सेकेंड का है, जिसमें अशोक गहलोत को यह कहते हुए देखा और सुना जा सकता है, “……आप इनके सपोर्ट में आए हो या क्या आए हो।” बैक ग्राउंड में ‘मोदी-मोदी’ के नारे को सुना जा सकता है।
इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले हमने अशोक गहलोत के यूट्यूब चैनल का रुख किया। चूंकि वायरल वीडियो में मालपुरा टोंक लिखा था। इसके आधार पर मुख्यमंत्री के यूट्यूब चैनल पर सर्च करने पर असली वीडियो मिला।
22 नवंबर को लाइव इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया, ‘लाइव: मालपुरा (टोंक) से “कांग्रेस गारंटी रैली” का सीधा प्रसारण। #गहलोतकीगारंटी #कांग्रेसफिरसे।’
इस वीडियो में कहीं भी मोदी-मोदी के नारे की आवाज नहीं सुनाई दी। अशोक गहलोत के भाषण के वक्त कुछ लोग शोर मचा रहे थे, गहलोत को उन्हें शांत कराते हुए देखा जा सकता है। असली वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है।
गूगल सर्च करने पर कई मीडिया रिपोर्ट्स मिली। इनमें मालपुरा की रैली में ‘मोदी-मोदी’ के नारे का कोई जिक्र नहीं था। 22 नवंबर को एनडीटीवी की वेबसाइट पर पब्लिश खबर में बताया गया कि सीएम गहलोत टोंक जिले के मालपुरा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित एक चुनावी रैली में बोल रहे थे।
वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने जयपुर में दैनिक जागरण के संवाददाता नरेंद्र शर्मा से संपर्क साधा। उन्होंने वायरल वीडियो क्लिप को एडिटेड बताते हुए कहा कि यह फेक है।
जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने इसे फर्जी करार देते हुए कहा कि राजस्थान चुनाव में मुख्यमंत्री के खिलाफ ऐसे कई झूठ वायरल किए गए। यह वीडियो भी उसी का एक उदाहरण है।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले पेज की जांच की गई। फेसबुक पेज इंडिया272+ को 28 लाख लोग फॉलो करते हैं।
चुनाव से संबंधित अन्य भ्रामक और फेक दावों की जांच करती फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: हमारी जांच से स्पष्ट है कि अशोक गहलोत की मालपुरा की रैली में ‘मोदी-मोदी’ के नारे नहीं लगे थे। वायरल किया जा रहा है वीडियो एडिटेड है। इसमें नारे को अलग से जोड़कर वायरल किया गया है।
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