Fact Check : राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने गिरफ्तारी को लेकर नहीं किया वायरल ट्वीट

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल ट्वीट की जांच की। यह फर्जी साबित हुआ। ऐसा कोई भी ट्वीट राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से नहीं किया गया है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा विधानसभा में पुराने बजट के कुछ पन्‍ने पढ़े जाने के बाद से सोशल मीडिया में ट्वीट का स्‍क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि अशोक गहलोत ने इस ट्वीट को करते हुए लिखा है कि बजट भाषण में पृष्ठ फेरबदल में विधानसभा में कार्यरत सांचोर निवासी वरिष्‍ठ लिपिक सुनिल विश्‍नोई को गिरफ्तार कर लिया है। एसओजी की पूछताछ जारी है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल ट्वीट की जांच की। यह फर्जी साबित हुआ। ऐसा कोई भी ट्वीट राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से नहीं किया गया है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Ajay S Gogal Sanchore ने 11 फरवरी को अशोक गहलोत के नाम से वायरल फर्जी ट्वीट को पोस्‍ट करते हुए लिखा, ”बजट को लीक करनै मैं सांचोर वालों का हाथ आया सामनै। ओर क्या बाकी रह गया है।”

इस ट्वीट में अशोक गहलोत के ट्विटर हैंडल का नाम और तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए लिखा गया, ”बजट भाषण में पृष्ठ फेरबदल में विधानसभा में कार्यरत सांचोर निवासी वरिष्‍ठ लिपिक सुनिल विश्‍नोई को गिरफ्तार कर लिया है। एसओजी की पूछताछ जारी है।”

पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल ट्वीट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले इसे ध्‍यान से देखा। इसके फॉर्मेट से ही समझ में आ गया कि यह एक फेक ट्वीट है। विश्‍वास न्‍यूज ने अशोक गहलोत के ट्विटर हैंडल को स्‍कैन किया। यहां हमें ऐसा कोई ट्वीट नहीं मिला, जिसमें किसी को अरेस्‍ट करने की बात कही गई हो।

पड़ताल के दौरान राजस्‍थान के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के फैक्‍ट चेकिंग टीम की एक पोस्‍ट मिली। इसमें वायरल पोस्‍ट को फेक बताते हुए लिखा गया, ”सोशल मीडिया पर भेजा जा रहा यह स्क्रीनशॉट तथ्यहीन है। यह सही नहीं है। यह फेक न्यूज़ है।” इस पोस्‍ट को नीचे देखा जा सकता है।

वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई बताता ट्वीट डीआईपीआर राजस्‍थान फैक्‍ट चेक के ट्विटर हैंडल पर भी मिला। इसे 11 फरवरी 2023 को किया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए राजस्‍थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी (कम्युनिकेशन) से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह फेक है। इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले फेसबुक यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर Ajay S Gogal Sanchore की सोशन स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर को पांच हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर राजस्‍थान का रहने वाला है। यह अकाउंट सितंबर 2018 को बनाया गया था।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पर वायरल ट्वीट फर्जी साबित हुआ। उन्‍होंने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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