Fact Check : प्लेटफॉर्म टिकट के दाम कोरोना के समय 50 रुपये हुए थे, अब फिर से 10 रुपये में मिल रहा

रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल दावा भ्रामक है। कोरोना के समय कई स्टेशनों पर टिकट के दाम 50 रुपये तक किए गए थे। इसके बाद फिर से टिकट 10 रुपये के हो गए थे, लेकिन कई स्टेशनों पर त्योहरों पर भीड़ को नियंतित्र करने के लिए दाम फिर बढ़ा दिए गए थे, जिन्हें कुछ समय बाद कम कर दिया गया था। फिलहाल प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 10 रुपये है।

Fact Check : प्लेटफॉर्म टिकट के दाम कोरोना के समय 50 रुपये हुए थे, अब फिर से 10 रुपये में मिल रहा

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान से पहले सोशल मीडिया पर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म टिकट को लेकर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दो टिकटों की तस्वीरें पोस्ट कर दावा किया गया है कि 2014 से पहले प्लेटफॉर्म टिकट 3 रुपये था, जबकि इसके बाद प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 50 रुपये हो गई है। इसके जरिए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि इस समय प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 10 रुपये है। कोरोना के समय इसकी कीमत बढ़ाकर 50 रुपये कर दी गई थी, ताकि प्लेटफॉर्म पर अनावश्यक भीड़ को कम किया जा सके। इसके बाद फिर कम हुई और 10 रुपये कर दी गई, लेकिन दिवाली और छठ के मौके पर कुछ रेलवे डिवीजनों के स्टेशनों पर इसके दाम फिर बढ़ा दिए गए। हालांकि, बाद में टिकट फिर से 10 रुपये के हो गए।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर Mohd Haris (आर्काइव लिंक) ने 7 अप्रैल को ग्राफिक्स शेयर किया। इसमें एक टिकट की तस्वीर पर 3 रुपये लिखे हैं, जबकि दूसरे टिकट की तस्वीर पर 50 रुपये लिखे हैं।  

एक्स यूजर Manish Kumar Bhumihar (आर्काइव लिंक) ने भी 8 अप्रैल को इस ग्राफिक्स को शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने ग्राफिक्स में दी गई टिकट की तारीखों को देखा। इसमें पहला टिकट 14 दिसंबर 2011 और दूसरा 17 मार्च 2020 का है।

इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर सर्च करने पर हमें 18 अगस्त 2020 को डेक्कन हेराल्ड में छपी खबर के अनुसार, “रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट का किराया बढ़ाने का निर्णय लेने के लिए मंडल रेल प्रबंधकों को निर्देश जारी किए गए हैं। महामारी के बाद इस निर्णय की समीक्षा की जाएगी। पुणे जंक्शन रेलवे स्टेशन पर जारी किए गए 50 रुपये के प्लेटफॉर्म टिकट के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद रेलवे ने यह स्पष्टीकरण जारी किया है। इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि भाजपा राज में प्लेटफॉर्म टिकट 3 रुपये से बढ़कर 50 रुपये हो गया है।”

5 मार्च 2021 को प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो की रिलीज में लिखा है कि प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत में वृद्धि एक अस्थायी उपाय है। स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा की गई यह एक क्षेत्रीय गतिविधि है। स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए समय-समय पर प्लेटफॉर्म टिकट शुल्क कई साल से बढ़ाया जाता रहा है। इसमें कुछ भी नया नहीं है। मार्च 2020 में रेलवे के कई डिवीजनों ने विभिन्न स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत बढ़ा दी थी। कुछ समय के बाद इसे रद्द कर दिया गया। उदाहरण के लिए सेंट्रल जोन, ईसीआर आदि। छठ, दिवाली या मेलों आदि जैसे त्योहारों के दौरान और विभिन्न क्षेत्रों में इसे अक्सर अस्थायी रूप से बढ़ाया जाता है और बाद में वापस ले लिया जाता है।

4 नवंबर 2022 को एएनआई पर भी इस बारे में खबर छपी है। इसके अनुसार, “दिवाली और छठ पूजा की वजह से टिकटों के दाम 50 रुपये कर दिए गए थे। अब उत्तर रेलवे ने इस बढ़ोतरी को वापस ले लिया है। अब फिर से 14 रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट 10 रुपये में ही मिलेगा। दक्षिणी रेलवे ने भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आठ मुख्य रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट के दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 20 कर दिए हैं। 1 अक्टूबर से हुई यह बढ़ोतरी 31 जनवरी 2023 तक रहेगी। मध्य रेलवे ने भी कुछ स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ाए हैं। दशहरे के पर्व को देखते हुए यह दाम बढ़ाए गए हैं।”

साउथ ईस्टर्न रेलवे के सीपीआरओ आदित्य कुमार चौधरी का कहना है कि इस समय प्लेटफॉर्म टिकट 10 रुपये का है। 50 रुपये की बात गलत है।

साउथ सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ राकेश ने भी बताया कि रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 10 रुपये है।

साउथ ईस्टर्न रेलवे की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यात्रियों के अलावा अन्य व्यक्तियों को प्लेटफॉर्म पर प्रवेश की अनुमति केवल प्लेटफॉर्म टिकट पर ही होती है। प्लेटफॉर्म टिकट धारक किसी भी ट्रेन से यात्रा करने के लिए अधिकृत नहीं है। ये टिकट जारी होने के समय से 2 घंटे के लिए वैध हैं। प्लेटफॉर्म टिकट शुल्क स्टेशन-दर-स्टेशन अलग-अलग होता है।

भ्रामक दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इलाहाबाद के रहने वाले यूजर के 12 हजार फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल दावा भ्रामक है। कोरोना के समय कई स्टेशनों पर टिकट के दाम 50 रुपये तक किए गए थे। इसके बाद फिर से टिकट 10 रुपये के हो गए थे, लेकिन कई स्टेशनों पर त्योहरों पर भीड़ को नियंतित्र करने के लिए दाम फिर बढ़ा दिए गए थे, जिन्हें कुछ समय बाद कम कर दिया गया था। फिलहाल प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 10 रुपये है।

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