Fact Check: राहुल गाँधी नहीं पढ़ रहे थे कन्नड़ अख़बार

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। आज कल सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रहा है जिसमें राहुल गाँधी को अख़बार पढ़ते देखा जा सकता है। फोटो के साथ कैप्शन लिखा है- “हिंदी ढंग से आती नहीं, कन्नड ऐसे पढ़ रहा है जैसे घोर ज्ञानी पीएचडी हो!।” पोस्ट में राहुल गाँधी जो अख़बार पढ़ रहे हैं उसमें पहले और आखिरी पेज पर कुछ कन्नड़ में लिखा है। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि असल में यह खबर गलत है। शेयर किया जा रहा फोटो राहुल गाँधी का ही है मगर वे अंग्रेजी अख़बार नेशनल हेराल्ड पढ़ रहे थे, जिसमें पहले और आखरी पेज पर कन्नड़ में ad छपा था।

CLAIM

वायरल  फोटो में  राहुल गाँधी को अख़बार पढ़ते देखा जा सकता है। फोटो के साथ कैप्शन लिखा है- “हिंदी ढंग से आती नहीं, कन्नड ऐसे पढ़ रहा है जैसे घोर ज्ञानी पीएचडी हो!।” पोस्ट में राहुल गाँधी जो अख़बार पढ़ रहे हैं उसमें पहले और आखिरी पेज पर कुछ कन्नड़ में लिखा है।

FACT CHECK

अपनी पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने इस फोटो को ठीक से देखा। फोटो में राहुल गाँधी जो अख़बार पढ़ रहे हैं उसपर नेशनल हेराल्ड लिखा है। हमने इस फोटो का स्क्रीनशॉट लिया और उसे गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। सर्च करने पर हमारे हाथ June 12, 2017 को फाइल की गई फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक खबर लगी। इस खबर में इसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था और कैप्शन में लिखा था- “बेंगलुरु में नेशनल हेराल्ड के स्मारक संस्करण के शुभारंभ पर राहुल गांधी।”

इसके बाद हमने नेशनल हेराल्ड के बेंगलुरु संस्करण का 12 जून 2017 का epaper खोला तो हमें वायरल तस्वीर वाली प्रति मिली। चेक करने पर हमने पाया कि इस अख़बार का पहला और आखिरी पन्ना तो कन्नड़ में था मगर बीच में मेन अख़बार अंग्रेजी में था।

इसके बाद हमने नेशनल हेराल्ड अख़बार की वेबसाइट के अबाउट अस सक्शन को जांचा तो पाया कि यह अख़बार सिर्फ 3 भाषाओँ में छापता है, इंग्लिश (नेशनल हेराल्ड), हिंदी (नव जीवन) और उर्दू (क़ौमी आवाज़)।

हमने ज़्यादा पुष्टि के लिए नेशनल हेराल्ड के एडिटर इन चीफ ज़फर आगा से बात की जिन्होंने हमें बताया कि नेशनल हेराल्ड अख़बार 3 भाषाओँ में छापता है, इंग्लिश (नेशनल हेराल्ड), हिंदी (नव जीवन) और उर्दू (क़ौमी आवाज़)। यह अख़बार कन्नड़ में नहीं छापता है। पर बेंगलुरु में नेशनल हेराल्ड के स्मारक संस्करण के शुभारंभ के मौके पर अख़बार का पहला और आखरी पेज कन्नड़ में छापा गया था।

इस पोस्ट को काफी समय से कई सोशल मीडिया पजों द्वारा शेयर किया जाता रहा है। हाल में इसे हर्षित दुबे नाम के एक फेसबुक यूजर द्वारा शेयर किया गया था।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह खबर गलत है। शेयर किया जा रहा फोटो राहुल गाँधी का ही है मगर वे अंग्रेजी अख़बार नेशनल हेराल्ड पढ़ रहे थे जिसमें पहले और आखरी पेज पर कन्नड़ में ad छपा था।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews।com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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