Fact Check : मोबाइल में अश्‍लील तस्‍वीर देखने वाली राहुल गांधी से जुड़ी पोस्‍ट गलत है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी की एक फर्जी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी मोबाइल में अश्‍लील तस्‍वीर देख रहे हैं। विश्‍वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। राहुल गांधी की तस्‍वीर से छेड़छाड़ करके इसे वायरल किया गया है। राहुल गांधी के हाथ में कोई मोबाइल था ही नहीं। उनके हाथ में पुराने नोट थे।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में?

योगी सरकार (@YogiSarkarr) नाम के फेसबुक पेज पर अपलोड राहुल गांधी की फर्जी फोटो के साथ लिखा गया है – ”फोटो कभी झूठ नहीं बोलती…देख लो राहुल गांधी क्या कर रहा है।”

इस पोस्‍ट को अब तक 12 हजार से ज्‍यादा बार शेयर किया जा चुका है, जबकि एक हजार से अधिक लोग इस पोस्‍ट पर कमेंट कर चुके हैं।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने इस तस्‍वीर की पड़ताल करने के लिए सबसे पहले वायरल हो रही तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। हमें गेट्टी इमेज एजेंसी पर राहुल गांधी की असली तस्‍वीर मिल गई। इसमें राहुल गांधी के हाथ में मोबाइल फोन की जगह कुछ रुपए हैं। ओरिजनल तस्‍वीर के नीचे कैप्‍शन में साफ तौर पर लिखा है कि तस्‍वीर नोटबंदी के दौरान की है। 11 नवंबर 2016 को नई दिल्‍ली में एक बैंक के बाद राहुल गांधी अपने पुराने नोट बदलवाने के लिए लाइन में खड़े थे।

गेट्टी इमेज एजेंसी की वेबसाइट पर मौजूद है राहुल गांधी की असली तस्‍वीर

इसके बाद हमने और गहराई से सच्‍चाई जानने के लिए नोटबंदी के दौरान की उन खबरों को सर्च किया, जब राहुल गांधी नोट बदलवाने के लिए कतार में खड़े थे।

हमें दैनिक जागरण की एक खबर का लिंक मिला। 11 नवंबर 2016 को प्रकाशित खबर के मुताबिक, राहुल गांधी ने लाइन में लगकर बदलवाए 4000 रुपये। खबर से पता चला कि राहुल गांधी 2016 में नोटबंदी के दौरान संसद मार्ग स्थित स्‍टेट बैंक पहुंचे थे। शाम को करीब साढ़े चार बजे अचानक पहुंचे राहुल गांधी अपने साथ पुराने नोट भी लेकर आए थे।

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर

इसके अलावा हमने राहुल गांधी के ऐसे वीडियो को खोजा, जो नोट बदलवाने के वक्‍त के थे। यूट्यूब पर ऐसे वीडियो को खोजना कोई मुश्किल काम नहीं था। यूट्यूब पर सही कीवर्ड टाइप करने के बाद हमें कई वीडियो मिल गए।

Youtube में राहुल गांधी से जुड़े वीडियो

ये सब करने के बाद हमने राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल पर जाकर ऐसे किसी ट्वीट को सर्च करना शुरू किया, जो लाइन में लगने के वक्‍त राहुल ने किया हो। इसके लिए हमने InVID की मदद ली। यहां हमने राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल @RahulGandhi टाइप करके 11 नवंबर 2016 की डेट सेट की। इससे हमें राहुल गांधी का पुराना ट्वीट मिल गया। यह आप नीचे पढ़ सकते हैं।

राहुल गांधी का पुराना Tweet

अंत में विश्‍वास टीम ने राहुल गांधी की फर्जी तस्‍वीर वायरल करने वाले योगी सरकार (@YogiSarkarr) का सोशल स्‍कैन किया। इसके लिए हमने stalkscan.com का उपयोग किया। इस पेज को चार लाख से ज्‍यादा लोग लाइक करते हैं, जबकि फॉलो करने वालों की संख्‍या पांच लाख से अधिक है।

राहुल गांधी की फर्जी तस्‍वीर पोस्‍ट करने वाले पेज का प्रिंटशॉट

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि राहुल गांधी की ओरिजनल तस्‍वीर को फोटोशॉप कर किसी ने उनके हाथ में मोबाइल रखा और उस पर अश्‍लील फोटो चिपका कर शेयर कर दी। वायरल फोटो हमारी जांच में गलत साबित हुई।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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Symbols that define nature of fake news
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