Fact Check : राहुल गांधी ने किसानों को लेकर नहीं कही यह बात, पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके फैलाया जा रहा है झूठ

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। राहुल गांधी के आधे-अधूरे बयान को कुछ सोशल मीडिया यूजर झूठे दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। सभी राजनीतिक दल जोरों-शोरों से तैयारियों में जुट गए हैं। इसी बीच सोशल मीडिया के  सभी प्लेटफार्म पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्‍हें कथित तौर पर बोलते हुए सुना जा सकता है, “यदि किसान का कर्जा माफ किया तो किसान की आदत खराब हो जाएगी।”

विश्‍वास न्‍यूज ने इस वीडियो की जांच की तो पता चला कि यह वीडियो 2018 का है, जब छसीसगढ़ में उन्होंने एक भाषण दिया था। पूरे भाषण को सुनने  पर पता चला है कि राहुल गांधी भाजपा नेताओं का हवाला देते हुए यह बात कह रहे थे।

क्‍या हो रहा है वायरल

इंस्टाग्राम यूजर rdgs_media ने 29 अक्टूबर को यह वीडियो अपलोड किया। इसमें लिखा : “कांग्रेस की सोच, राहुल गाँधी ने किसानों की दिया धोका।”

 पोस्‍ट का आर्काइव  वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

यह वीडियो एक बार पहले भी वायरल हुआ था। उस समय भी विश्वास न्यूज़ ने इसकी पड़ताल की थी। पड़ताल करने के लिए हमने उस समय अलग-अलग कीवर्ड से राहुल गांधी के उन वीडियो को खोजा था, जिसमें उन्‍होंने किसान कर्ज माफी पर बोला था। सर्च के दौरान हमें 17 मई 2018 को The Soul of Politics नाम के एक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिला था, जिसमें राहुल गांधी को किसानों की कर्ज माफी पर बोलते हुए देखा जा सकता था।

इस वीडियो का असली सोर्स हमें कांग्रेस के यूट्यूब चैनल पर मिला था, जिसे 17 मई 2018 को इस पेज से लाइव स्‍ट्रीम किया गया था। वीडियो बिलासपुर की किसान आदिवासी रैली से जुड़ा हुआ था।

पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि 28:40 मिनट से लेकर 28:50 मिनट के बीच राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए यह बोला था। उन्होंने कहा  था, “उनके नेता कहते हैं कि किसान का कर्जा माफ नहीं किया जाना चाहिए, क्‍योंकि किसान का कर्जा माफ किया तो किसान की आदत खराब हो जाएगी।” पूरे भाषण को सुनने के बाद हमें पता चला कि राहुल गांधी भाजपा नेताओं का जिक्र कर रहे थे। वे अपने विचार नहीं बता रहे थे।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने कांग्रेस प्रवक्‍ता अखिलेश प्रताप सिंह से संपर्क किया था। उन्‍होंने वीडियो को लेकर कहा था, “राहुल गांधी से बौखलाए आईटी सेल वाले उनके ऑरिजिनल  भाषण को काट-छांट कर वायरल करते रहते हैं। इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है।”

पड़ताल के अंत में हमने फर्जी पोस्ट को शेयर इंस्टाग्राम यूजर rdgs_media के अकाउंट की जांच की। यूजर के मात्र 183 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। राहुल गांधी के आधे-अधूरे बयान को कुछ सोशल मीडिया यूजर झूठे दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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