Fact Check : पंजाब में आप कार्यकर्ताओं की भिड़ंत की घटना को राघव चड्ढा के साथ मारपीट बताकर किया गया वायरल

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। टिकट बंटवारे को लेकर आप कार्यकर्ता राघव चड्ढा से नाराज थे। उन्होंने राघव चड्ढा के खिलाफ नारे भी लगाए थे, लेकिन कार्यकर्ताओं ने राघव चड्ढा के साथ मारपीट नहीं की थी। कार्यकर्ताओं ने जब आपस में हाथापाई करनी शुरू की थी, उसी दौरान राघव चड्ढा पीछे के दरवाजे से बाहर चले गए थे।

Fact Check : पंजाब में आप कार्यकर्ताओं की भिड़ंत की घटना को राघव चड्ढा के साथ मारपीट बताकर किया गया वायरल

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जालंधर में आप कार्यकर्ताओं ने टिकट बंटवारे को लेकर विधायक राघव चड्ढा के साथ मारपीट की। वीडियो में भारी-भरकम भीड़ आपस में हाथापाई करती हुई नजर आ रही है। विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। टिकट बंटवारे को लेकर आप कार्यकर्ता राघव चड्ढा से नाराज थे। उन्होंने राघव चड्ढा के खिलाफ नारे भी लगाए थे, लेकिन कार्यकर्ताओं ने राघव चड्ढा के साथ मारपीट नहीं की थी। कार्यकर्ताओं ने जब आपस में हाथापाई करनी शुरू की थी, उसी दौरान राघव चड्ढा पीछे के दरवाजे से बाहर चले गए थे।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर RAVAL KALPESH S ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि Big BREAKING- आम आदमी पार्टी के दिल्ली विधायक राघव चड्ढा को AAP के कार्यकर्ताओं ने जालंधर, पंजाब मे धुन दिया।(ठीक बीच मे है)

यहां वायरल मैसेज को ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है। फेसबुक पर भी यूजर्स इस दावे को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल –

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 7 जनवरी 2022 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, राघव चड्ढा पंजाब के जालंधर में जब प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करना शुरू कर दिया। कुछ ही देर बाद कार्यकर्ताओं ने आपस में हाथापाई करनी शुरू कर दी थी। स्थिति को बिगड़ता देख राघव चड्ढा पीछे के दरवाजे से बाहर चले गए। लाइव हिंदुस्तान और नवभारत टाइम्स ने भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया था।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट न्यूज 18 के यूट्यूब चैनल पर 8 जनवरी 2022 को अपलोड मिली। रिपोर्ट में 25 सेकेंड से वायरल वीडियो को साफ तौर पर देखा जा सकता है। यहां पर भी यही जानकारी दी गई है कि नाराज कार्यकर्ताओं ने टिकट बंटवारे को लेकर पहले नारेबाजी की और फिर आपस में हाथापाई शुरू कर दी। वीडियो में हमें कहीं भी राघव चड्ढा नजर नहीं आए। सर्च के दौरान हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें इस बात का जिक्र हो कि कार्यकर्ताओं ने राघव चड्ढा के साथ मारपीट की है।


हमें सर्च के दौरान वायरल दावे से जुड़ा एक ट्वीट @INC_Television नामक एक ट्विटर हैंडल पर 7 जनवरी 2022 को अपलोड मिला। वीडियो में साफ तौर पर राघव चड्ढा को प्रेस वार्ता से बाहर निकलते हुए और गाड़ी में बैठकर जाते हुए देखा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने घटना स्‍थल पर मौजूद रहे दैनिक जागरण पंजाब के पत्रकार मनुपाल शर्मा से संपर्क किया। हमने वायरल पोस्ट को वॉट्सऐप के जरिए उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। मैं वहीं मौजूद था आप कार्यकर्ताओं ने आपस में मारपीट की थी। वो पीछे के रास्ते से आए थे और वहीं से चले गए थे। उनके साथ कार्यकर्ताओं ने मार-पीट नहीं की थी। हालांकि लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की थी। 

हमने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए आप की मीडिया को-ऑर्डिनेटर आयुषी श्रीवास्तव से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। कार्यकर्ताओं के बीच में हाथापाई जरूर हुई है, लेकिन कार्यकर्ताओं ने राघव चड्ढा जी के साथ किसी तरह की कोई मारपीट नहीं की है। गलत दावा वायरल हो रहा है। हमने पंजाब के आप नेता Devinder Dhos से भी संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। ये दावा गलत है, वो पहले ही प्रेस वार्ता करके निकल गए थे। कार्यकर्ताओं ने बाद में हंगामा किया है। हम कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं।

पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले ट्विटर यूजर RAVAL KALPESH S की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर के फेसबुक पर 35 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। यूजर का अकाउंट दिसंबर 2013 से सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। टिकट बंटवारे को लेकर आप कार्यकर्ता राघव चड्ढा से नाराज थे। उन्होंने राघव चड्ढा के खिलाफ नारे भी लगाए थे, लेकिन कार्यकर्ताओं ने राघव चड्ढा के साथ मारपीट नहीं की थी। कार्यकर्ताओं ने जब आपस में हाथापाई करनी शुरू की थी, उसी दौरान राघव चड्ढा पीछे के दरवाजे से बाहर चले गए थे।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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