Fact Check : अखिलेश यादव ने नहीं किया ‘रावण’ वाला ट्वीट, यह फर्जी है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नाम से वायरल ट्वीट फेक निकला। उन्‍होंने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के लिए चुनावी तारीख की घोषणा के बाद से ही सोशल मीडिया में फर्जी पोस्‍टों की बाढ़-सी आ गई है। अब समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर एक फर्जी ट्वीट वायरल हो रहा है। इस ट्वीट को अखिलेश यादव का समझकर सोशल मीडिया यूजर्स इसे वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किए गए ट्वीट की जांच की। पड़ताल में यह फर्जी निकला।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज विश्‍व हिंदुत्‍व परिषद महावीर दल ने 21 जनवरी को अखिलेश यादव के नाम से वायरल एक फर्जी ट्वीट को पोस्‍ट करते हुए लिखा कि टोटी भैया तुम तो बड़े होशियार हो।

ट्वीट में अखिलेश यादव की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए @akhileshyadav ट्विटर हैंडल लिखा गया। 19 जनवरी 2022 को इस ट्वीट को बताया गया। इसमें लिखा गया, ”BJP को लगता है कि वो हमारी ‘बहू’ को अपने पाले में लेकर हमे हरा देंगे लेकिन उन्‍हें पता होना चाहिए कि ‘रावण’ को विभीषण एक ही बार मरवा सकता है, हर बार नहीं। बेशक हम यदुवंशी हैं लेकिन रामायण हमने भी कई बार पढ़ी है। हमारी नाभि में ‘अमृत’ कहां छिपा है ये आज के विभीषण को भी नहीं पता।”

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसके आकाईव्‍ड वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने अखिलेश यादव के नाम से वायरल ट्वीट की पड़ताल की शुरुआत उस ट्विटर हैंडल से की, जिसका जिक्र वायरल पोस्‍ट में था। सर्च से पता चला कि @akhileshyadav नाम के हैंडल को सस्‍पेंड किया जा चुका है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की पड़ताल को बढ़ाते हुए अखिलेश यादव के सोशल मीडिया की स्‍कैनिंग से की। अखिलेश यादव का वेरिफाइड ट्विटर हैंडल @yadavakhilesh है। जबकि वायरल पोस्‍ट में जिस ट्विटर हैंडल का जिक्र किया गया है, वह @akhileshyadav है। अखिलेश के ओरिजनल ट्विटर हैंडल पर हमें एक भी ऐसा ट्वीट नहीं मिला, जिसकी भाषा भी वायरल ट्वीट से मिलती- जुलती हो।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, लखनऊ के विशेष संवाददाता शोभित श्रीवास्‍तव से संपर्क किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि अखिलेश यादव के नाम से वायरल ट्वीट फेक है। उनका असली हैंडल यह नहीं है, जो कि वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किया गया है।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फेसबुक पेज विश्‍व हिंदू परिषद महावीर दल की सोशल स्‍कैनिंग की। इसी पेज से झूठ फैलाया गया था। जांच में पता चला कि इस पेज को 1786 लोग फॉलो करते हैं। यह पेज 10 मार्च 2021 को बनाया गया।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नाम से वायरल ट्वीट फेक निकला। उन्‍होंने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया।

False
Symbols that define nature of fake news
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