कोलाज को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। पहली तस्वीर सफाई करते हुए व्यक्ति की एडिटेड फोटो है, जिसे पीएम मोदी के नाम से वायरल किया जा रहा है, जबकि दूसरी फोटो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की नहीं, बल्कि सुकुमार टुडु की है। हालांकि, तीसरी फोटो योगी आदित्यनाथ की ही है। वहीं, चौथी इमेज एकनाथ शिंदे की नहीं है। इसमें दिख रहे शख्स का नाम बाबा कांबले है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। चार तस्वीरों का एक कोलाज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसको शेयर करके यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ये पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पुरानी फोटो हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कोलाज में केवल योगी आदित्नाथ की तस्वीर सही है। बाकी सफाई करते हुए व्यक्ति की इमेज को एडिट करके पीएम मोदी का बताया जा रहा है, जबकि दूसरी तस्वीर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नहीं, बल्कि एक अन्य महिला है। वहीं, चौथी तस्वीर में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे नहीं हैं।
फेसबुक यूजर ‘Sukhpreet Malhotra‘ (आर्काइव लिंक) ने 28 जुलाई को कोलाज पोस्ट करते हुए लिखा,
चार फोटो को देखकर आश्चर्य होता है कि भाग्य का खेल भी गजब है
1प्रधानमंत्री
2राष्ट्रपति
3उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री
4महाराष्ट्र मुख्यमंत्री
It happens with BJP only
Do u agree
Love u bjp
ट्विटर यूजर Vikas Kashyap (आर्काइव लिंक) ने भी इस कोलाज को मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया।
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने चारों तस्वीरों को अलग-अलग सर्च किया।
पहली तस्वीर
पहली फोटो को हमने यांडेक्स रिवर्स इमेज से सर्च किया। इसमें वेबसाइट ‘ओल्ड इंडियन फोटोज‘ नाम पर हमें एक फोटो मिली। यह वायरल फोटो से मिलती-जुलती है। इसमें और वायरल तस्वीर में बस पीएम मोदी के चेहरे का फर्क है। एपी इमेजेज की वेबसाइट पर भी हमें यह फोटो मिली। इसमें भी पीएम मोदी का चेहरा नहीं है। इसकी सत्यता जांचने के लिए अहमदाबाद के आरटीआई कार्यकर्ता पराग पटेल ने आरटीआई दायर की थी। इसके जवाब में बताया गया था कि यह पीएम मोदी की तस्वीर नहीं है। यह एडिटेड है। इस बारे में हमने पराग पटेल से बात की। उनका कहना है, ‘मैंने इस इमेज की सच्चाई जानने के लिए आरटीआई दाखिल की थी। इसके जवाब में बताया गया था कि यह फोटो एडिटेड है।‘ उन्होंने हमारे साथ आरटीआई की कॉपी भी शेयर की। विश्वास न्यूज ने इस तस्वीर की पहले भी पड़ताल की है। पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
दूसरी तस्वीर
दूसरी फोटो एक महिला की है। इसको द्रौपदी मुर्मू की फोटो बताया जा रहा है। इसको गूगल रिवर्स इमेज से सर्च करने पर हमें न्यूज 18 में 23 जुलाई को छपी एक रिपोर्ट मिली। इसमें राष्ट्रपति के रिश्तेदारों, पड़ोसियों और उन्हें जानने वालों से बातचीत की गई है। इसमें वायरल फोटो भी अपलोड की गई है। खबर के अनुसार, फोटो में दिख रही महिला का नाम सुकुमार टुडु है। वह एक सफाई कर्मचारी हैं। वह उपरबेदा गांव में रहती हैं, जहां द्रौपदी मुर्मू का जन्म हुआ था। इस बारे में द्रौपदी मुर्मू के भाई तारिणीसेन का कहना है, ‘यह फोटो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की नहीं है।‘
तीसरी तस्वीर
तीसरी में दावा किया जा रहा है कि यह फोटो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है। इसको हमने गूगल रिवर्स इमेज से खोजा। 5 जून 2022 को अमर उजाला में छपी फोटो गैलरी में वायरल इमेज मिल गई। इसके कैप्शन में लिखा है, ‘ यह फोटो योगी आदित्यनाथ के संन्यास ग्रहण करने के बाद की है।‘
चौथी तस्वीर
इसमें ऑटो के साथ में एक युवक खड़ा है। दावा किया जा रहा है कि ऑटो के साथ खड़े युवक एकनाथ शिंदे हैं। फोटो को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया तो फेसबुक पेज ‘महाराष्ट्र रिक्शा पंचायत पुणे‘ पर हमें यह फोटो मिल गई। 22 जुलाई को अपलोड इस फोटो की डिटेल के मुताबिक, तस्वीर बाबा कांबले की है। वह महाराष्ट्र रिक्शा पंचायत के संस्थापक हैं। यह फोटो 1997 की है। इसकी पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
कोलाज को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘सुखप्रीत मल्होत्रा‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह दिल्ली में रहते हैं।
निष्कर्ष: कोलाज को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। पहली तस्वीर सफाई करते हुए व्यक्ति की एडिटेड फोटो है, जिसे पीएम मोदी के नाम से वायरल किया जा रहा है, जबकि दूसरी फोटो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की नहीं, बल्कि सुकुमार टुडु की है। हालांकि, तीसरी फोटो योगी आदित्यनाथ की ही है। वहीं, चौथी इमेज एकनाथ शिंदे की नहीं है। इसमें दिख रहे शख्स का नाम बाबा कांबले है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।