Fact Check: वैक्सीन लगवाने वालों को सरकार नहीं दे रही है 5000 रुपये, वायरल दावा फर्जी

प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग वैक्सीन लेने वालों को नहीं दे रहा 5000 रुपये, वायरल दावा फर्जी है।

Fact Check: वैक्सीन लगवाने वालों को सरकार नहीं दे रही है 5000 रुपये, वायरल दावा फर्जी

Vishvas News (नई दिल्ली): Vishvas News को अपने टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर एक दावा मिला, जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग कोविड वैक्सीन लगवा चुके लोगों को 5000 रुपये की सहायता प्रदान कर रहा है। इस दावे को विभिन्न सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर भी शेयर किया जा रहा था। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में इस दावे को फर्जी पाया।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर अरुण शर्मा ने वायरल दावे को शेयर करते हुए लिखा: एक आवश्यक सूचना – जिन्होंने वैक्सीन लगा लिया उन्हें 5000 रु प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग द्वारा दिया जा रहा है, आपने भी कोरोना का वैक्सीन लगा लिया है तो अभी फॉर्म भरें और 5000 रू प्राप्त करें इस लिंक से फॉर्म भरें https://pm-yojna.in/5000rs कृपया ध्यान दें – 5000 रु की राशि सिर्फ 30 जुलाई 2022 तक ही मिलेगा !

पोस्ट और उसके आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल:

विश्वास न्यूज ने गूगल कीवर्ड सर्च से अपनी जांच शुरू की और जांच की कि क्या ऐसी कोई योजना है, जो उन लोगों को 5000 रुपये का भुगतान करने की पेशकश कर रही है, जिन्होंने कोविड -19 वैक्सीन लिया है। हमें ऐसी कोई विश्वसनीय खबर नहीं मिली।

हमने सरकारी पोर्टलों की भी जाँच की कि क्या इस तरह की किसी योजना के बारे में कहीं कोई जानकारी है। हमें कहीं ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली।

इस बीच, हमने पोस्ट में दी गयी वेबसाइट को भी चेक किया।

वेबसाइट ने हमें फॉर्म भरने के लिए कहा और कुछ विवरण पूछा। जैसे- नाम, पता, कौन-सा टीका लिया गया था। अगले चरण में फॉर्म ने उस माध्यम के बारे में पूछा, जिससे हम पैसे प्राप्त करेंगे। और फिर अंत में, पोर्टल ने हमें वॉट्सऐप के माध्यम से कम से कम पांच लोगों के साथ फॉर्म साझा करने के लिए कहा।

अब तक यह स्पष्ट हो गया था कि फॉर्म फर्जी था, क्योंकि कोई भी सरकारी पोर्टल वॉट्सऐप के जरिए फॉर्म साझा करने के लिए नहीं कहेगा।

जांच के अगले चरण में हमने अमेय विश्वरूप से बात की, जो प्रधान मंत्री जन कल्याणकारी योजना के प्रचार-प्रसार के पूर्व प्रमुख हैं और वर्तमान में आत्मनिर्भर भारत अभियान के नागपुर प्रमुख हैं। उन्होंने बताया, “पोस्ट फर्जी है, सरकार ने कोविड वैक्सीन लेने वालों को 5000 रुपये की राशि प्रदान करने के लिए कोई योजना शुरू नहीं की है।” उन्होंने लोगों से इस तरह के फॉर्म पर अपना व्यक्तिगत विवरण नहीं देने को भी कहा।

जांच के आखिरी चरण में हमने पोस्ट शेयर करने वाले यूजर का बैकग्राउंड चेक किया। अरुण शर्मा के 14 फॉलोअर्स हैं और 2014 से सक्रिय हैं।

निष्कर्ष: प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग वैक्सीन लेने वालों को नहीं दे रहा 5000 रुपये, वायरल दावा फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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