नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन करीब डेढ़ महीने से जारी है और इसे लेकर सोशल मीडिया पर लगातार फर्जी और भ्रामक सूचनाएं फैलाई जाती रही हैं। ऐसे ही एक पोस्ट में यह दावा किया गया है कि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और मौजूदा राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई ने किसानों के आंदोलन को लेकर ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने किसानों के आंदोलन को मोदी सरकार का विरोधी आंदोलन बताया है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा पूरी तरह से गलत और फर्जी निकला। रंजन गोगोई के नाम से वायरल हो रहा ट्वीट का स्क्रीनशॉट वास्तव में एक पैरोडी हैंडल का है, जिसे उनके नाम से बताकर शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘निर्देश सिंह’ वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”भूतपूर्व जस्टिस रंजन गगोई का अन्नदाताओ के खिलाफ ये बयान शर्मनाक है।”
सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस ट्वीट को रंजन गोगोई की तरफ से किसान आंदोलन को लेकर किया गया ट्वीट मानकर उसे शेयर कर रहे हैं।
अगर रंजन गोगोई ट्विटर पर मौजूद होते तो भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और मौजूदा राज्यसभा सांसद होने के नाते उनका आधिकारिक प्रोफाइल जरूर होता। सर्च में हमें यह पता चला कि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और मौजूदा राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई का ट्विटर पर कोई आधिकारिक प्रोफाइल मौजूद ही नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पद से रिटायर होने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 16 मार्च 2020 को उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था।
वायरल हो रहे ट्वीट में ‘@THEGOGAI’ ट्विटर हैंडल (पेज का आर्काइव लिंक)नजर आ रहा है। ट्विटर पर सर्च करने पर हमें यह ट्विटर प्रोफाइल मिली, जिसमें साफ-साफ इसके फैन पेज और पैरोडी हैंडल होने का जिक्र है।
साथ ही इस पेज के बायो में दी गई जानकारी में व्याकरण की अशुद्धियां हैं, जो इसके फर्जी या पैरोडी प्रोफाइल होने की जानकारी बयां करती है। इस पेज को बायो में हमें एक यूट्यूब चैनल का लिंक भी मिला, जिसके कुल 56 सब्सक्राइबर्स हैं और इस चैनल पर कुल चार वीडियो तीन हफ्ते पहले अपलोड किए गए हैं। यह यूट्यूब चैनल 16 दिसंबर 2020 को बनाया गया है, जबकि पैरोडी ट्विटर पेज अक्टूबर 2019 से ट्विटर पर सक्रिय है।
इस ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट और रिट्वीट को देखने पर साफ पता चलता है कि यह एक विचारधारा विशेष से प्रेरित किसी व्यक्ति द्वारा रंजन गोगोई के नाम पर चलाया जा रहा फर्जी प्रोफाइल है।
हमने इस ट्वीट को हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण की लीगल ब्यूरो हेड माला दीक्षित को दिखाया। उन्होंने बताया, ‘यह एक पैरोडी अकाउंट है और यह इस अकाउंट के बायो में ही लिखा हुआ है।’
यानी जिस ट्वीट को पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई का समझकर सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है, वह वास्तव में उनके नाम पर बने पैरोडी अकाउंट से किया गया ट्वीट है।
इस पैरोडी अकाउंट को करीब 56 हजार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: भारत के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नाम से वायरल हो रहा ट्वीट वास्तव में उनके नाम से सक्रिय पैरोडी हैंडल से किया गया ट्वीट है। रंजन गोगोई का ट्विटर पर कोई आधिकारिक प्रोफाइल नहीं है।
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