Fact Check: तारेक फतेह को कनाडा से नहीं निकाला है, पुलिस वालों से मज़ाक की यह तस्वीर पुरानी है

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट का दावा फ़र्ज़ी पाया। तारेक फतेह को गिरफ्तार नहीं किया गया है और यह वायरल हो रही तस्वीर 2009 की है हालिया नहीं। यह तस्वीर सिर्फ मज़ाक के तौर पर खींची गई थी।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर लेखक और पत्रकार तारेक फतेह की एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें उन्हें दो पुलिस नौजवानों ने पकड़ा हुआ है। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि कनाडा की पुलिस ने तारेक फतेह को हिंसा भड़काने की वजह से पीटा और उन्हें कनाडा से बाहर निकाल दिया।

विश्वास टीम ने इस दावे की पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर 2009 की है और तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा एकदम फ़र्ज़ी है। यह तस्वीर एक मज़ाक के तौर पर खींची गई थी।

क्या हो रहा है वायरल?

सोशल मीडिया पर तारेक फतेह की तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि उन्हें कनाडा की पुलिस ने पीटा और कनाडा से बाहर निकाल दिया है। इस तस्वीर के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा गया है: “कनाडा मैं नफरत फ़ैलाने के कारण कनाडा पुलिस ने पाकिस्तानी नागरिक तारिक फतेह की जम कर कुटाई की, साथ ही देश से बाहर भागा दिया


वायरल पोस्ट

पड़ताल

इस तस्वीर पड़ताल करते हुए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। हमें यह तस्वीर तारेक फतेह के फेसबुक पेज “Tarek Fatah” पर अपलोड मिली। यह तस्वीर अप्रैल 2009 को अपलोड की गई थी। इस तस्वीर के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा गया था: It took two police chiefs to nab me. Chief Bill Blair of Toronto and Chief Armand Lebarge of the York Region — in Warsaw, Poland. डिस्क्रिप्शन का हिंदी अनुवाद: मुझे पकड़ने के लिए दो पुलिस चीफ की जरूरत पड़ी। टोरंटो के चीफ बिल ब्लेयर और यॉर्क के चीफ अर्मेन्द लेबारज- वॉरस, पोलेंड में।

इस पोस्ट से यह साफ़ हुआ कि वायरल तस्वीर हाल की तो बिलकुल नहीं है।

तारेक फतेह एक बड़े लेखक हैं। अगर उनको कनाडा से निकाला जाता और कनाडा पुलिस द्वारा पीटा जाता तो यह खबर कई मीडिया हाउस ने कवर की होती, इसलिए हमने अपनी पड़ताल के अगले चरण में न्यूज़ सर्च का सहारा लिया। हमें कहीं भी ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिसमें ऐसा दावा किया गया हो कि तारेक फतेह को कनाडा से निकाल दिया गया है।

अब हमने इस मामले में आधिकारिक पुष्टि लेने के लिए तारेक फतेह से संपर्क किया। तारेक फतेह ने ईमेल के जरिये जवाब देते हुए बताया कि यह वायरल हो रहा दावा फ़र्ज़ी है। यह तस्वीर सिर्फ एक मज़ाक के तौर पर खींची गई थी। मैं हाल ही में अपनी वेब सीरीज़ “What The Fatah” के लिए दिल्ली आया हुआ हूँ और फरवरी में वापस कनाडा चले जाऊंगा।

अब हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर “Saif Shaikh” के अकाउंट की सोशल स्कैनिंग करने का फैसला किया। हमने पाया कि यूजर को 5,855 लोग फॉलो करते हैं और इसके इंट्रो के हिसाब से यूज़र दुबई में रहता है।

निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट का दावा फ़र्ज़ी पाया। तारेक फतेह को गिरफ्तार नहीं किया गया है और यह वायरल हो रही तस्वीर 2009 की है हालिया नहीं। यह तस्वीर सिर्फ मज़ाक के तौर पर खींची गई थी।

False
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