Fact Check: दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति रोके जाने के दावे के साथ राकेश टिकैत के नाम से वायरल हो रह बयान फर्जी और मनगढ़ंत

Fact Check: दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति रोके जाने के दावे के साथ राकेश टिकैत के नाम से वायरल हो रह बयान फर्जी और मनगढ़ंत

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी बढ़ते मामले और ऑक्सीजन आपूर्ति संकट के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि जब तक आंदोलनरत किसानों की मांग पूरी नहीं की जाती है, तब दिल्ली में ऑक्सीजन के ट्रकों को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। किसान नेता राकेश टिकैत के नाम से वायरल हो रहा बयान फर्जी और मनगढ़ंत है। किसानों की तरफ से दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं रोकी गई।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Sonalisa Behera‎’ ने वायरल ग्राफिक्स (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”यदि यह सत्य है तो इसे तो सरेआम फांसी होनी चाहिए।”

ग्राफिक्स में राकेश टिकैत की तस्वीर के साथ लिखा हुआ है, ”किसानों द्वारा रोकी गई दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई, जब तक हमारी बात को नहीं माना जाता तब तक हम दिल्ली में कोई भी ऑक्सीजन का ट्रक नहीं जाने देंगे।”

पड़ताल

न्यूज सर्च में हमें ऐसी कई खबरें मिली, जिसमें दिल्ली में ऑक्सीजन आपूर्ति में बाधा डाले जाने के आरोपों को खारिज किया गया है।

न्यूज एजेंसी एएनआई पर हमें राकेश टिकैत का बयान मिला। इसके मुताबिक, ‘ये आरोप गलत हैं, हाईवे खुले हैं। यहां से पूरी आपूर्ति हो रही है। ये समझ में नहीं आ रहा कि गैस कंपनियों ने किसके कहने से आरोप लगाया।’

21 अप्रैल को एजेंसी को दिए गए राकेश टिकैत के बयान के मुताबिक, ‘देश में ऑक्सीजन की कमी हो रही है, तो एक बहाना ये ही लगा दो। यह राजनीतिक बयान है। किसान संगठनों ने किसी भी आवश्यक आपूर्ति को नहीं रोका है।’

इसके बाद हमने भारतीय किसान यूनियन के मीडिया धर्मेंद्र मलिक से संपर्क किया। उन्होंने हमें एक वीडियो भेजा, जिसमें ऑक्सीजन के ट्रकों को किसानों के बीच से आराम से निकलते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने उल्टा यह आरोप लगाया कि जानबूझकर ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाले ट्रकों को उन इलाकों से भेजा जा रहा है, जहां किसान आंदोलन पर बैठे हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद ट्रक वहां से आसानी से निकल जा रहे हैं। मलिक ने कहा, ‘किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश के तहत ऐसा दुष्प्रचार किया जा रहा है।’

गौरतलब है कि भारत में ऑक्सीजन आपूर्ति संकट के कारण दिल्ली के कई अस्पतालों में मरीजों की मौत हुई है। लेकिन आंदोलन कर रहे किसानों की तरफ से दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति को रोके जाने का दावा गलत है।

वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल को लॉक कर रखा है।

निष्कर्ष: कृषि कानूनों की वापसी की मांग के साथ आंदोलन कर रहे किसानों के दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई को रोके जाने का दावा गलत है। किसान नेता राकेश टिकैत के नाम से इस दावे के साथ वायरल हो रहा बयान पूरी तरह से फर्जी और मनगढ़ंत है।

False
Symbols that define nature of fake news
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