बारिश के पानी से भरे अस्पताल की जिस तस्वीर को बिहार के किसी कोविड-19 अस्पताल का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह वास्तव में हैदराबाद के उस्मानिया अस्पताल की तस्वीर है, जहां 15 जुलाई को हुई भारी बारिश के कारण अस्पताल के आईसीयू समेत कई वार्ड में पानी घुस गया था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारी बारिश की वजह से देश के कई शहरों में मौजूद अस्पतालों में पानी घुसने की खबर है। इसी संदर्भ में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें पानी से भरे अस्पताल के वार्ड को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह बिहार के किसी COVID-19 सेंटर की तस्वीर है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। पानी से भरे वार्ड की जिस तस्वीर को बिहार के किसी COVID-19 अस्पताल का बताकर शेयर किया जा रहा है, वह हैदराबाद के उस्मानिया अस्पताल की तस्वीर है।
ट्विटर यूजर ‘Krishna’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”Covid hospital in Bihar 😳😳”
कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को बिहार के अस्पताल की तस्वीर मानकर शेयर किया है। ट्विटर यूजर सनोज कुमार ने इस तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए बिहार की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था के मामले में गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप किए जाने की अपील की है।
न्यूज सर्च में हमें ऐसे कई आर्टिकल भी मिले, जिसमें बिहार के अस्पताल में बारिश का पानी घुसने की खबर थी। ‘हिन्दुस्तान’ की वेबसाइट पर दस जुलाई को प्रकाशित खबर के मुताबिक, बिहार के आरा सदर अस्पताल में बारिश का पानी घुसने के कारण दो दिनों का कलेक्ट किया कोरोना जांच का सैंपल पानी में बह गया।
सोशल मीडिया सर्च में हमें बिहार के कोविड अस्पताल से जुड़ा एक और वीडियो मिला, जिसमें एक डॉक्टर को ठेले पर बैठकर पानी से भरे एक COVID-19 अस्पताल में जाते हुए देखा जा सकता है।
न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना बिहार के सुपौल जिले की है, जहां के कोविड-19 सेंटर में पानी भर गया था और इस वजह से डॉक्टर अमरेंद्र कुमार को ठेले पर बैठकर अस्पताल जाना पड़ा।
इन दोनों खबर में वह तस्वीर नहीं मिली, जिसे बिहार के कोविड-19 अस्पताल का बताकर वायरल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया सर्च में हमें यह दिखा कि वायरल हो रही तस्वीर को कई यूजर्स ने अलग-अलग दावे के साथ शेयर किया है। अधिकांश यूजर्स ने इस तस्वीर को हैदराबाद के उस्मानिया अस्पताल का बताते हुए शेयर किया है। ट्विटर यूजर @Hanumandasam ने वायरल हो रही तस्वीर के अलावा तीन अन्य तस्वीरों को शेयर करते हुए इन्हें उस्मानिया अस्पताल का बताया है।
वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज किए जाने पर हमें ऐसे कई न्यूज आर्टिकल्स मिले, जिसमें इस तस्वीर के उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल का होने की पुष्टि होती है। ‘डेक्कन हेराल्ड’ के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल पर हमें वही तस्वीर मिली, जिसे बिहार के COVID-19 अस्पताल का बताकर शेयर किया जा रहा है।
तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह हैदराबाद के उस्मानिया जनरल अस्पताल की तस्वीर है, जहां भारी बुधवार को बारिश के बाद पानी अस्पताल में घुस गया। NDTV.com की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट से इसकी पुष्टि होती है।
15 जुलाई को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद का उस्मानिया जनरल अस्पताल पानी से भर गया। NDTV.com के यू-ट्यूब चैनल पर 16 जुलाई को अपलोड किए वीडियो बुलेटिन में इस घटना का जिक्र है। दी गई जानकारी के मुताबिक, बारिश का पानी न केवल अस्पताल के वार्ड में, बल्कि इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में भी घुस गया।
हैदराबाद में TV9 तेलुगू के रिपोर्टर नूर मोहम्मद ने विश्वास न्यूज को बताया, ‘यह तस्वीरें कल (बुधवार) को हुई बारिश के बाद की है, जब उस्मानिया अस्पताल में पानी भर गया।’ उन्होंने बताया कि अस्पताल में बारिश का पानी घुसने की यह कोई पहली घटना नहीं है।
वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले ट्विटर यूजर को ट्विटर पर करीब साढ़े तीन हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: बारिश के पानी से भरे अस्पताल की जिस तस्वीर को बिहार के किसी कोविड-19 अस्पताल का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह वास्तव में हैदराबाद के उस्मानिया अस्पताल की तस्वीर है, जहां 15 जुलाई को हुई भारी बारिश के कारण अस्पताल के आईसीयू समेत कई वार्ड में पानी घुस गया था।
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