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Fact Check : गुजरात में बनी पीएम मोदी की सोने की मूर्ति को सऊदी अरब का बताकर किया जा रहा शेयर

विश्वास न्यूज ने जब पीएम मोदी की सोने की मूर्ति को लेकर वायरल दावे की पड़ताल की तो पाया यह दावा गलत है। इस मूर्ति को सऊदी अरब ने नहीं, बल्कि गुजरात के बसंत बोहरा ज्वैलर्स ने अपनी टीम के साथ मिलकर बनाया है। 

  • By: Pragya Shukla
  • Published: Sep 15, 2023 at 03:03 PM
  • Updated: Sep 15, 2023 at 03:27 PM

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोने की मूर्ति का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इस मूर्ति को एक मुस्लिम देश सऊदी अरब ने बनवाया है और वहां पर लगवाया है।

विश्वास न्यूज ने जब वायरल दावे की पड़ताल की तो पाया यह दावा गलत है। इस मूर्ति को सऊदी अरब ने नहीं, बल्कि गुजरात के बसंत बोहरा ज्वैलर्स ने अपनी टीम के साथ मिलकर बनाया था।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर सुनीता  मिश्रा ने 14 सितंबर 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “लोगों की मोम से मूर्तियां बनती है लेकिन सउदी अरब मुस्लिम देश ने मोदी जी की सोने की मूर्ति बनाकर लगवा दी। और यहां के देशद्रोही लोगों को मिर्ची लग रही है।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

https://twitter.com/vinodsharma1834/status/1702000744013177323

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 20 जनवरी 2023 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, “सूरत के एक जौहरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोने की मूर्ति बनाई है। 18 कैरेट सोने से बनी इस मूर्ति का वजन 156 ग्राम है। जौहरी ने यह मूर्ति विधानसभा चुनाव में भाजपा की एकतरफा जीत के उपलक्ष्य  में बनाई है। बसंत बोहरा ज्वैलरी बनाने वाली कंपनी राधिका चेन्स के मालिक हैं।”

अन्य न्यूज रिपोर्ट्स को यहां पर पढ़ें। 

द प्रिंट की वेबसाइट पर 20 जनवरी 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, “ज्वैलरी बनाने वाली कंपनी राधिका चेन्स के मालिक बसंत बोहरा ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में हुए चुनावों में बीजेपी ने 182 सीटों में से 156 सीटों पर जीत हासिल की थी, इसलिए प्रधानमंत्री की सोने की मूर्ति का वजन भी 156 ग्राम रखा गया है। राजस्थान के मूल निवासी बोहरा पिछले 20 वर्षों से सूरत में बस गए हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं नरेंद्र मोदी का प्रशंसक हूं और उनके प्रति अपने सम्मान को दिखाने के लिए कुछ बनाना चाहता था। एक दिन फिर मेरे दिमाग में आया कि क्यों न मूर्ति बनाई जाए। उन्होंने बताया कि इस प्रतिमा को बनाने में 20 कारीगरों को लगभग तीन महीने का समय लगा है। मैं मूर्ति से संतुष्ट हूं। अभी इसकी कोई कीमत नहीं रखी है, क्योंकि यह बेचने के लिए नहीं है।”

पड़ताल के दौरान हमें जनसत्ता के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर बसंत बोहरा के इंटरव्यू का एक वीडियो मिला। वीडियो को 21 जनवरी 2023 को अपलोड किया गया है। वीडियो में बसंत बोहरा को कहते हुए सुना जा सकता है कि पीएम मोदी की 156 ग्राम की सोने की मूर्ति को उन्होंने और उनकी टीम ने बनाया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अगले चरण में गुजराती जागरण, सूरत के रिपोर्टर मयूर ठाकुर से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। इस मुर्ति को गुजरात के सूरत निवासी जौहरी ने बनवाई है। इसका सऊदी अरब से कोई संबंध नहीं है।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाली यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर ने अपने बारे में ज्यादा जानकारी नहीं शेयर की हुई है। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर गोरखपुर की रहने वाली है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने जब पीएम मोदी की सोने की मूर्ति को लेकर वायरल दावे की पड़ताल की तो पाया यह दावा गलत है। इस मूर्ति को सऊदी अरब ने नहीं, बल्कि गुजरात के बसंत बोहरा ज्वैलर्स ने अपनी टीम के साथ मिलकर बनाया है। 

  • Claim Review : सउदी अरब एक मुस्लिम देश ने मोदी जी की सोने की मूर्ति बनाकर लगवा दी।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर सुनीता मिश्रा
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