नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि पांच सालों में पीएम मोदी की संपत्ति दोगुनी हो गई। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत साबित होता है।
फेसबुक पर शेयर किए पोस्ट में कहा गया है कि ‘PM मोदी की 5 साल में दोगुनी हुई संपत्ति’।
नरेंद्र मोदी 2014 की ही तरह 2019 का लोकसभा चुनाव वाराणसी लोकसभा चुनाव से लड़ रहे हैं। 26 अप्रैल को वाराणसी से अपना नामांकन दाखिल करने के दौरान उन्होंने चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति का विवरण दिया है। हलफनामे के मुताबिक 2014 में मोदी की कुल संपत्ति (चल और अचल मिलाकर) 1.65 करोड़ रुपये थी, जो 2019 में बढ़कर 2.51 करोड़ रुपये हो गई।
प्रतिशत में अगर देखा जाए तो पिछले पांच सालों में प्रधानमंत्री मोदी की संपत्ति में 52 फीसदी का इजाफा हुआ है।
चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के मुताबिक प्रधानमंत्री के पास 1,10,00,000 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।
आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी के पास 1,41,36,119 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। दोनों को मिलाकर प्रधानमंत्री मोदी के पास कुल 2.51 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
2014 में वाराणसी से चुनाव लड़ते वक्त प्रधानमंत्री ने अपने हलफनामे में 65,91,582 रुपये की चल संपत्ति और करीब एक करोड़ रुपये के मूल्य की अचल संपत्ति की जानकारी दी थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने आयोग को दी गई जानकारी में सरकार से मिलने वाले वेतन और बैंकों से मिलने वाले ब्याज को अपनी आय का स्रोत बताया है। 31 मार्च 2019 तक प्रधानमंत्री के पास 38,750 रुपये की नकदी थी।
आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के ऊपर कोई कर्ज नहीं है, बल्कि आयकर विभाग से उन्हें लगभग 85,145 रुपये का रिटर्न मिलना है। न्यूज सर्च में पिछले पांच सालों में पीएम मोदी की संपत्ति में हुई बढ़ोतरी से जु़ड़ी खबरों को देखा जा सकता है।
शेयर की जा रही पोस्ट में पीएम मोदी की संपत्ति के विवरण (चल और अचल संपत्ति) और आय के स्रोत को लेकर दी गई जानकारी सही है, लेकिन संपत्ति में दोगुनी वृद्धि का दावा (हेडिंग) गलत है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह पोस्ट गुमराह करने वाली साबित होती है। 2014 के मुकाबले 2019 में प्रधानमंत्री मोदी की संपत्ति में करीब 52 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जो दोगुने से कम है।