Fact Check: अदाणी की तस्‍वीरों को देखते पीएम मोदी की इमेज एडिटेड है, राहुल गांधी की तस्‍वीर से भी हुई छेड़छाड़

सोशल मीडिया पर पीएम मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एडिटेड फोटो वायरल हो रही हैं। कुछ यूजर्स नेताओं पर निशाना साधने के लिए इन्‍हें शेयर कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कुछ तस्‍वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं। कुछ तस्‍वीरों में पीएम मोदी को  “20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं?” लिखे हुए की ओर देखते हुए दिखाया गया है तो किसी में वे गौतम अदाणी की तस्‍वीरों की ओर देख रहे हैं। वहीं, राहुल गांधी की वायरल तस्‍वीर में 2जी स्‍कैम और बोफोर्स स्‍कैम समेत कुछ अन्‍य घोटालों से संबंधित तस्‍वीरें लगी हुई दिखाई गई हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने इन सभी पोस्‍ट की जांच की। पड़ताल में पाया कि पीएम मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ये तस्‍वीरें एडिटेड हैं। असली तस्‍वीरों से छेड़छाड़ कर इन्‍हें दुष्‍प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है। 

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक यूजर ‘रत्नेश द्विवेदी निवाड़ी‘ (आर्काइव लिंक) ने 16 मई को पीएम की तस्‍वीर पोस्‍ट करते हुए लिखा,

“सवाल अब भी वही है…20000 करोड़ रुपए किसके हैं? सवाल है कि पीछा ही नहीं छोड़ता !!”

ट्विटर यूजर रागा आर्मी (आर्काइव लिंक) ने भी पीएम मोदी की कुछ तस्‍वीरों को पोस्‍ट किया।

https://twitter.com/RoflINCGandhi/status/1658377314730921984

फेसबुक यूजर ‘कांग्रेस लवर‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 17 मई को एक तस्‍वीर पोस्‍ट की। इसमें पीएम मोदी को कंप्‍यूटर स्‍क्रीन देखते हुए देखा जा सकता है। स्‍क्रीन पर लिखा है, “अडानी को जेपीसी से बचाने के 10 तरीके…

इसके जवाब में ट्विटर यूजर अतुल कुशवाहा (आर्काइव लिंक) और ताराचंद सारस्‍वत (आर्काइव लिंक) ने राहुल गांधी की तस्‍वीर पोस्‍ट की। इसमें राहुल एक गैलरी में हैं और दीवारों पर कुछ स्‍क्रीन्‍स लगे हुए हैं, जिन पर अलग-अलग तस्‍वीरों को देखा जा सकता है।

https://twitter.com/RealAtulsay/status/1658421239160139776

पड़ताल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद और राहुल गांधी की वायरल इमेज की पड़ताल के लिए हमने तस्‍वीरों को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। 

पहली तस्‍वीर 

पहली तस्‍वीर में पीएम मोदी को दीवार पर एक स्‍क्रीन को देखते हुए देखा जा सकता है। इस पर लिखा है,  “20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं?”। इसको रिवर्स इमेज से सर्च करने पर पंजाब केसरी में 14 मई को छपी खबर का लिंक मिला। इसमें वायरल तस्‍वीर से मिलती-जुलती फोटो का प्रयोग किया गया है। इसमें लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 मई को नेशनल आर्ट गैलरी का दौरा किया। वहां उन्‍होंने ‘जन शक्ति एक सामूहिक शक्ति’ प्रदर्शनी देखी।    

पीएम इंडिया की वेबसाइट पर भी हमें इस कार्यक्रम से संबंधित जानकारी और वीडियो मिला। इसमें लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में जन शक्ति कला प्रदर्शनी का दौरा किया। प्रदर्शनी में ‘मन की बात’ के कुछ प्रसंगों पर आधारित कला के अद्भुत कार्यों को प्रदर्शित किया गया है।

पीएम नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से भी इस कार्यक्रम की तस्‍वीरों को ट्वीट किया गया है। इनमें भी वायरल तस्‍वीर से मिलती-जुलती तस्‍वीर को पोस्‍ट किया गया है।

अगर हम दोनों तस्‍वीरों की तुलना करें तो वायरल और पोस्‍ट की गई तस्‍वीरों में लोकेशन एक ही है, जबकि वायरल तस्‍वीर में दीवार पर स्‍क्रीन दिख रही है और ऑरिजिनल फोटो में दीवार पर पेंटिंग दिख रही है। साथ में पीएम के साथ एक शख्‍स और खड़े हैं।    

दूसरी तस्‍वीर 

अब हम बात करते हैं दूसरी वायरल तस्‍वीर की। इसमें पीएम गैलरी में खड़े होकर अदाणी  और खुद की तस्‍वीरों को देख रहे हैं। इसको रिवर्स इमेज से सर्च करने पर हमें एएनआई न्‍यूज की वेबसाइट पर इससें मिलती-जुलती तस्‍वीर मिली। इसमें पीएम मोदी गैलरी में पेंटिंग देख रहे हैं। उनके साथ में कुछ और लोग भी हैं। 14 मई को प्रकाशित खबर में बताया गया है कि यह तस्‍वीर भी जन शक्ति आर्ट प्रदर्शनी की है।

वायरल तस्‍वीर में पीएम मोदी अकेले हैं और दीवार पर अदाणी  की तस्‍वीरें टंगी हैं। इसे देखने पर फोटो एडिटेड लग रही है। वहीं, ऑरिजिनल  तस्‍वीर में पीएम मोदी अकेले नहीं हैं और दीवार पर पेंटिंग टंगी हुई हैं।

तीसरी तस्‍वीर

फिर हमने तीसरी वायरल तस्‍वीर को देखा। इसमें भी पीएम गैलरी में दीवार टंगी अदाणी और खुद की तस्‍वीरों को देख रहे हैं। एएनआई की ही खबर में हमें इससे मिलती-जुलती तस्‍वीर भी मिल गई। इसमें वह एक शख्‍स के साथ हैं और दीवार पर टंगी पेंटिंग देख रहे हैं।

चौथी तस्‍वीर 

फेसबुक यूजर ‘कांग्रेस लवर’ की तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च करने पर हमें नरेंद्र मोदी डॉट इन वेबसाइट पर इससे मिलती-जुलती फोटो मिली। यह तस्‍वीर 19 फरवरी 2014 को छपी रिपोर्ट अपलोड की गई है। इस तस्‍वीर में पीएम मोदी जिस कंप्‍यूटर स्‍क्रीन को देख रहे हैं, उस पर नमो नंबर लिखी हुई एक वेबसाइट खुली हुई है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अगले चरण में भाजपा के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता विजय सोनकर शास्‍त्री से संपर्क किया। उनके साथ पीएम मोदी की वायरल तस्‍वीरों को शेयर किया। उनका कहना है, “ये सब पीएम मोदी के खिलाफ दुष्‍प्रचार है। सारी तस्‍वीरें एडिटेड हैं।

पांचवी तस्‍वीर

इसके बाद ट्विटर यूजर अतुल कुशवाहा और ताराचंद शारस्‍वत द्वारा शेयर की गई तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। कांग्रेस के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से इससे मिलती-जुलती तस्‍वीर को पोस्‍ट किया गया है। 23 अगस्‍त 2018 को किए गए ट्वीट में लिखा है कि राहुल गांधी ‘आर्काइव ऑफ जर्मन मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट’ में टहलते हुए।

राहुल गांधी की वायरल तस्‍वीर में दीवारों पर तस्‍वीरें या स्‍क्रीन दिख रहे हैं, जबकि ऑरिजिनल  फोटो में गैलरी में कोई स्‍क्रीन या तस्‍वीरें नहीं हैं।

एबीपीलाइव में 5 अप्रैल को खबर छपी है, “कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से सवाल किया है कि गौतम अडानी की कंपनी में 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं। जब मीडिया ने राहुल गांधी से चीन के बारे में सवाल पूछा तो उन्‍होंने कहा, ‘अडानी की शेल कंपनी में जो 20 हजार करोड़ रुपये हैं वो किसके हैं? बेनामी हैं, किसके हैं? ये मुख्य सवाल है।’ बता दें कि गौतम अडानी की संपत्ति को लेकर राहुल गांधी काफी समय से केंद्र पर हमलावर हैं। राहुल ने कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान कहा था कि उनका एक ही सवाल है कि अडानी की शेल कंपनियो में 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं? इससे पहले 2 अप्रैल को राहुल ने सोशल मीडिया के जरिये यह सवाल किया था।”

जांच के अंत में फेसबुक यूजर ‘रत्नेश द्विवेदी, निवाड़ी‘ की प्रोफाइल को हमने स्‍कैन किया। 3 अप्रैल 2019 को बने इस पेज के करीब 17 हजार फॉलोअर्स हैं। यह पेज एक राजनीतिक दल से प्रभावित हैं।

निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर पीएम मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एडिटेड फोटो वायरल हो रही हैं। कुछ यूजर्स नेताओं पर निशाना साधने के लिए इन्‍हें शेयर कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट