Fact Check: पीएम मोदी और असदुद्दीन ओवैसी की वायरल तस्वीर एडिटेड है

पीएम मोदी और असदुद्दीन ओवैसी की दो तस्वीरों को ​एडिट करके मर्ज किया गया है। वायरल तस्वीर एडिटेड है।

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की एक ​कथित तस्वीर शेयर की जा रही है। इसमें पीएम मोदी और असदुद्दीन ओवैसी एक-दूसरे से चर्चा करते दिख रहे हैं। उनके साथ एक और शख्स वहां बैठा हुआ है।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल तस्वीर एडिटेड निकली। दरअसल, यह दो तस्वीरों को जोड़कर बनाई गई है। वायरल फोटो पीएम मोदी व कनाडा के नेता एंड्रयू सिअर की तस्वीर और ओवैसी व एआईएमआईएम के नेता की फोटो को एडिट करके बनाई गई है। इस मामले में पुलिस केस भी दर्ज कराया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट

विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर्स ने इस तस्वीर को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

ब्लू टिक वाले एक्स यूजर ‘फरहान आजमी’ ने 22 सितंबर (आर्काइव लिंक) को इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा,

Bhai Bhai

फेसबुक यूजर ‘महेश कुमार‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 1 अक्टूबर को तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है,

“आने वाले चुनावों की तैयारी के लिए ओवैसी जी को ट्रेनिंग देते हुए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी देश के नौजवानों जरा सतर्क रहना सत्ता के लिए कुछ भी हो सकता है”

पड़ताल

वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। इंस्टाग्राम यूजर akbar_uddin_owaisi_official (आर्काइव लिंक) ने 27 सितंबर को इस तस्वीर को एडिटेड बताया है। पोस्ट में लिखा है कि एआईएमआईएम प्रमुख एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी और औरंगाबाद सांसद इम्तियाज जलील की फोटो से छेड़छाड़ करके इसे बनाया गया है। इस मामले में पार्टी के इरफान खान ने केस दर्ज कराया है।

एआईएमआईएम के नेता एवं कारवां से एमएलए कौसर मोहिउद्दीन (आर्काइव लिंक) के आधिकारिक फेसबुज पेज से भी 27 सितंबर को पोस्ट करते हुए इस फोटो को फेक बताया गया है।

इसके बाद हमने akbar_uddin_owaisi_official यूजर द्वारा शेयर की गई तस्वीरों के बारे में जानने के लिए उनको गूगल लेंस की मदद से अलग-अलग सर्च किया। पीएम मोदी वाली तस्वीर हमें उनके वेरिफाइड एक्स हैंडल पर मिली। इसे 9 अक्टूबर 2018 को पोस्ट किया गया है। इसमें लिखा है, “कनाडा के विपक्ष के नेता एंड्रयू सिअर से मिलकर खुशी हुई। भारत-कनाडा के मजबूत संबंधों के महत्व पर जोर दिया और भारत में उनके सुखद प्रवास की कामना की।”

इसके बाद हमने ओवैसी की तस्वीर को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया तो तो इससे मिलती-जुलती तस्वीर हमें शरीक नक्सबंदी नाम के इंस्टाग्राम यूजर की प्रोफाइल पर मिली। बायो के अनुसार, शरीक नक्सबंदी एआईएमआईएम औरंगाबाद के नगर अध्यक्ष हैं। फोटो के साथ कैप्शन लिखा है- असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील के साथ कुछ लम्हें।

पीएम मोदी और ओवैसी की दोनों तस्वीरों को एडिटिंग टूल की मदद से एडिट कर मर्ज कर दिया गया है। इसमें और वायरल तस्वीर में ओवैसी व इम्तियाज जलील के कपड़े और सोफे का रंग एक जैसा है। नीचे दिए कोलाज में फर्क साफ देखा जा सकता है।

इस बारे में हमने पुलिस केस दर्ज कराने वाले एआईएमआईएम से जुड़े इरफान खान से बात की। उनका कहना है, “वायरल फोटो एडिटेड है। इस मामले में मैंने करीब हफ्ते भर पहले पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। असली तस्वीर ओवैसी और इम्तियाज जलील के साथ महाराष्ट्र के एक कार्यकर्ता की है। ये सभी तस्वीरें हमारे कार्यालय में रखी हुई हैं।

वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने कहा है, “देखने से ही पता चल रहा है कि यह एडिटेड इमेज है। इसे छवि खराब के मकसद से वायरल किया जा रहा है।

अंत में हमने एडिटेड फोटो शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं और उनके 6 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: पीएम मोदी और असदुद्दीन ओवैसी की दो तस्वीरों को ​एडिट करके मर्ज किया गया है। वायरल तस्वीर एडिटेड है।

False
Symbols that define nature of fake news
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