Fact Check: लोगों को भ्रमित करने के लिए नल्लम्मा देवी की प्रतिमा पर चिपकाई गयी थीं प्लास्टिक की आँखें; असली चमत्कार समझ वायरल वीडियो शेयर कर रहे हैं लोग

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असली वीडियो 2019 का है, जब रेलवे संपत्ति पर स्थित एक छोटे-से मंदिर को बचाने के लिए हुबली में मंटूर रोड के कुछ निवासियों ने कथित तौर पर एक “चमत्कार” दिखाने की कोशिश की थी, जिसे अंत में पुलिस ने उजागर कर दिया था। पुलिस के अनुसार, इस नल्लम्मा देवी की प्रतिमा पर प्लास्टिक की आँखें चिपकायी गयीं थीं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पत्थर पर आँखें लगी हुई है। इस वीडियो को शेयर करते हुए लोग दावा कर रहे हैं कि कर्नाटक के हुबली की नल्लम्मा देवी ने आँखें खोल दी हैं। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असली वीडियो 2019 का है, जब रेलवे संपत्ति पर स्थित एक छोटे-से मंदिर को बचाने के लिए, हुबली में मंटूर रोड के कुछ निवासियों ने कथित तौर पर एक “चमत्कार” दिखाने की कोशिश की थी, जिसे अंत में पुलिस ने उजागर कर दिया था। पुलिस के अनुसार, इस नल्लम्मा देवी की प्रतिमा पर प्लास्टिक की आँखें चिपकायी गयीं थीं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा है: “अद्भुत चमत्कार😳 कर्नाटक के हुबली मैं अम्मावरु ने अपनी आंखें खोल दी है! मां की आंखें साफ दिखाई दे रही है!जय माता दी”

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

हमने इस वीडियो के स्क्रीनशॉट्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें यह तस्वीर द हिन्दू की 2019 की खबर में मिली। खबर के अनुसार, “मंदिर को बचाने के लिए देवी के आंखें खोलने की खबर फैलाते श्रद्धालु; पुलिस ने किया बेनकाब: रेलवे संपत्ति पर स्थित एक छोटे-से मंदिर को बचाने के लिए, हुबली में मंटूर रोड के कुछ निवासियों ने कथित तौर पर एक “चमत्कार” बनाने की कोशिश की, जिसे अंततः पुलिस ने उजागर कर दिया।।।।।।।। पुलिस को संदेह है कि यह करतूत उन लोगों द्वारा की गयी जो यह संदेश फैलाकर मंदिर को बचाना चाहते थे कि देवी “शक्तिशाली” हैं और मूर्ति को स्थानांतरित करने का कोई भी कदम “खतरनाक” होगा।”पूरी खबर यहाँ क्लिक कर पढ़ी जा सकती है।

हमने इस विषय में भिन्दिगिरि पुलिस स्टेशन के एसएचओ इंस्पेक्टर सज्जन से संपर्क साधा। उन्होंने हमारी बात हुबली टाउन पुलिस स्टेशन के हेड कांस्टेबल संगय्या इंगलिगी स्वामी से कराई, जो 2019 में इस घटना के समय पोस्टेड थे। संगय्या स्वामी ने कहा कि यह घटना 2019 की है जब कुछ लोगों ने इस मूर्तिनुमा पत्थर पर नकली आँखे चिपका दी थीं।

इस पोस्ट को Rajiv Dixit ayurved नाम के पेज ने फेसबुक पर शेयर किया है। जब हमने पेज को स्कैन किया तो हमने पाया कि पेज के 276,865 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असली वीडियो 2019 का है, जब रेलवे संपत्ति पर स्थित एक छोटे-से मंदिर को बचाने के लिए हुबली में मंटूर रोड के कुछ निवासियों ने कथित तौर पर एक “चमत्कार” दिखाने की कोशिश की थी, जिसे अंत में पुलिस ने उजागर कर दिया था। पुलिस के अनुसार, इस नल्लम्मा देवी की प्रतिमा पर प्लास्टिक की आँखें चिपकायी गयीं थीं।

False
Symbols that define nature of fake news
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